
मुंबई। मुंबई पुलिस क्राइम ब्रांच की एंटी एक्सटोर्शन सेल ने अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन के विश्वसनीय साथी डीके राव और उसके छह सहयोगियों को जबरन वसूली और जान से मारने की धमकी देने के आरोप में गिरफ्तार किया है। डीके राव पर एक होटल कारोबारी से 2.5 करोड़ रुपये की रंगदारी मांगने और होटल हथियाने की कोशिश का आरोप है।
मुंबई पुलिस क्राइम ब्रांच के उपायुक्त दत्ता नलावाडे के अनुसार, पीड़ित होटल कारोबारी ने एंटी एक्सटोर्शन सेल में शिकायत दर्ज कराई थी। कारोबारी ने आरोप लगाया कि डीके राव और उसके साथी न केवल उनसे करोड़ों की वसूली करना चाहते थे, बल्कि जान से मारने की धमकी भी दे रहे थे। मामले की जांच के बाद पुलिस ने डीके राव और उसके छह साथियों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस अब इस मामले में और सबूत जुटा रही है।
डीके राव कौन है? डीके राव, जिसका असली नाम दिलीप मल्लेश वोरा है, 90 के दशक में अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन उर्फ नाना का करीबी बन गया। छोटे अपराधों से शुरुआत करने वाले राव ने देखते ही देखते खुद को राजन के दाहिने हाथ के रूप में स्थापित कर लिया। मौजूदा समय में कहा जाता है कि छोटा राजन के गिरोह को वही संभाल रहा है।
डीके राव पर हत्या, हत्या की साजिश, हत्या के प्रयास और जबरन वसूली जैसे करीब तीन दर्जन आपराधिक मामले दर्ज हैं। वह बहुचर्चित अजय गोसालिया फायरिंग केस और कई बैंक डकैतियों में भी शामिल रहा है। 2017 में भी उसे एक बिल्डर से 50 लाख रुपये की रंगदारी मांगने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।
मौत को दे चुका है मात: डीके राव की आपराधिक गतिविधियों के साथ-साथ उसकी चतुराई और जीवित रहने की क्षमता भी चर्चा का विषय रही है। पुलिस के साथ तीन बार हुई मुठभेड़ों में वह बच निकला। एक बार तो उसे सात गोलियां लगी थीं, लेकिन उसने मरने का नाटक कर खुद को बचा लिया। पुलिस ने उसे मृत समझकर अस्पताल भेज दिया, लेकिन वहां राव अचानक उठकर अपनी जान बचाने की गुहार लगाने लगा, जिससे सभी अधिकारी हैरान रह गए। डीके राव की गिरफ्तारी के बाद पुलिस मामले की जांच कर रही है, ताकि उसके अपराधों की गहराई तक पहुंचा जा सके और भविष्य में उसकी गतिविधियों पर लगाम लगाई जा सके।




