मुंबई। शिवसेना के संस्थापक बाल ठाकरे के जिंदा रहते ही शिवसेना के वारिस के तौर पर शुरू हुई अनबन के बाद ऐसे शायद ही कोई मौके आये हो, जब राज ठाकरे के मातोश्री और शिवसेना छोड़ने के बाद दोनों भाई एक साथ नजर आए हों, लेकिन शुक्रवार को मुंबई में दादर में एक कार्यक्रम में दोनों भाई और उनकी पत्नियां साथ नजर आईं। दरअसल राज ठाकरे के भांजे के सगाई थी। राज ठाकरे की सगी बहन के बेटे की सगाई में राज ठाकरे के साथ साथ उद्धव ठाकरे को भी आमंत्रित किया गया था। सामान्यतः उद्धव हमेशा से राज ठाकरे की मौजूदगी जहां रहती है, ऐसी जगहों से जाने से बचते रहे हैं, लेकिन दादर में आयोजित इस पारिवारिक कार्यक्रम में राज ठाकरे और उद्धव ठाकरे तो एक साथ नजर आए ही उनकी पत्नियां भी नजर आईं। कुछ दिन पहले ही राज ठाकरे और उद्धव ने धारावी प्रोजेक्ट को लेकर एक दूसरे पर तीखा हमला किया था, जिसके बाद दोनों भाइयों में विवाद और बढ़ने की संभावना जताई गई थी। राज ने यूबीटी ग्रुप द्वारा धारावी प्रोजेक्ट के खिलाफ मोर्चा निकालने पर उद्धव पर हमला बोलते हुए कहा था कि सेटलमेंट नही हो पाया क्या? राज के इस बयान के बाद उद्धव ने खुद राज को जवाब दिया था कि उन्हें पता नहीं चल रहा है कि अडानी के चमचे कौन हैं?
एक साथ दिखे उद्धव और राज ठाकरे
दोनों भाइयों में तीखी बयान बाजी के बाद आज पहली बार पारिवारिक कार्यक्रम में दोनों साथ नजर आए, लेकिन सूत्रों के मुताबिक दोनों में बात नही हुई। राज ठाकरे हमेशा की तरह गंभीर मुद्रा में दिखे तो उद्धव मुस्कुराते नजर आए। दोनों भाई अपनी पत्नियों के साथ आये थे। लंबे समय से यूबीटी ग्रुप जब पूरी तरह से शिवसेना एक थी, तब से कार्यकर्ता दोनों भाइयों को एक साथ आने की अपील करते रहे हैं। राज की तरफ से भी इस तरह की बात आई थी। उद्धव ने उनका फोन नही उठाया, जब उन्होंने मातोश्री में फोन किया था। लेकिन उद्धव बाल ठाकरे के निधन के बाद एक साथ आने के विषय को हमेशा से टालते रहे हैं।