
पुणे। पुणे शहर में पिछले साल हुई पोर्शे कार दुर्घटना की जांच में कथित लापरवाही बरतने के आरोप में निलंबित दो पुलिस अधिकारियों को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है। पुणे पुलिस कमिश्नर अमितेश कुमार ने बुधवार को बताया कि येरवडा थाने में तैनात निरीक्षक राहुल जगदाले और सहायक पुलिस निरीक्षक (एपीआई) विश्वनाथ तोडकरी को बर्खास्त किया गया है। ये दोनों पहले ही निलंबित थे, क्योंकि उन्होंने दुर्घटना के मामले में देर से रिपोर्ट करने और अपने कर्तव्य में लापरवाही बरतने का आरोप झेला था। आंतरिक जांच में यह खुलासा हुआ कि मामला दर्ज करते समय कई प्रक्रियात्मक खामियां थीं। 19 मई 2024 की तड़के कल्याणी नगर इलाके में हुई इस दुर्घटना में नशे में 17 वर्षीय नाबालिग द्वारा चलाई जा रही पोर्शे कार ने दो मोटरसाइकिल सवार सॉफ्टवेयर इंजीनियरों को कुचल दिया, जिससे उनकी मौत हो गई। जांच में यह भी सामने आया कि नाबालिग के रक्त के नमूने कई घंटे बाद सुबह 11 बजे लिए गए और उन्हें कथित तौर पर उसकी मां के नमूनों से बदल दिया गया। इस मामले में नाबालिग को बाल सुधार गृह से रिहा कर दिया गया है, जबकि उसकी मां जमानत पर हैं। नाबालिग के रक्त नमूनों में हेराफेरी के आरोप में नाबालिग के पिता, ससून अस्पताल के डॉक्टर अजय तावरे और श्रीहरि हालनोर, तथा कर्मचारी अतुल घटकांबले समेत कुल नौ आरोपी वर्तमान में जेल में हैं। मार्च 2025 में गृह विभाग को बर्खास्तगी का प्रस्ताव भेजा गया था, और पुलिस ने आंतरिक जांच के आधार पर अधिकारियों की जिम्मेदारी तय करते हुए यह कदम उठाया।




