
नागपुर। महाराष्ट्र के नागपुर शहर में दो गंभीर आपराधिक घटनाओं ने कानून-व्यवस्था को लेकर चिंता बढ़ा दी है। पहली घटना शहर के कुख्यात गंगा-जमुना रेड-लाइट इलाके की है, जहां एक 30 वर्षीय सेक्स वर्कर पर जानलेवा हमला किया गया। दूसरी घटना एक व्यवसायी के साथ हुई साइबर ठगी की है, जिसमें उसे कथित क्रिप्टो निवेश के नाम पर 54 लाख रुपये से अधिक का नुकसान हुआ।
सेक्स वर्कर पर चाकू से हमला
सोमवार सुबह लगभग 7:30 बजे, छत्तीसगढ़ के दुर्ग निवासी 40 वर्षीय आरोपी रवि टंडन ने रेड-लाइट क्षेत्र में एक सेक्स वर्कर के घर पहुंचकर उस पर जानलेवा हमला किया। पुलिस के अनुसार, टंडन ने पीड़िता के साथ पहले मारपीट की, उसे लात-घूंसों से पीटा और डंडों से हमला किया। इसके बाद उसने चाकू से उसकी गर्दन पर वार कर दिया और मौके से फरार हो गया। घायल पीड़िता को तत्काल एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है। लकड़गंज पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और आरोपी की तलाश जारी है।
54 लाख की क्रिप्टो ठगी
वहीं दूसरी ओर, नागपुर निवासी 38 वर्षीय बिजली आपूर्ति व्यवसायी के साथ क्रिप्टो निवेश के नाम पर 54.35 लाख रुपये की ठगी की गई। पुलिस के अनुसार, फरवरी 2025 में पीड़ित की फेसबुक पर एक महिला से पहचान हुई, जिसने खुद को एक ब्यूटीशियन बताया। बातचीत के दौरान महिला ने क्रिप्टोकरेंसी में भारी मुनाफा कमाने का दावा किया और पीड़ित को दो क्रिप्टो ट्रेडिंग ऐप डाउनलोड करने की सलाह दी। भरोसा जीतने के बाद महिला ने ऐप चलाने वाले एक व्यक्ति का संपर्क नंबर साझा किया, जिसने पीड़ित को निवेश के लिए प्रेरित किया। धीरे-धीरे पीड़ित ने लाखों रुपये निवेश कर दिए, लेकिन बाद में जब वह लाभ वापस लेना चाहता था, तो कोई जवाब नहीं मिला। ठगी का अहसास होने पर उसने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई। दोनों ही मामलों में पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर ली है। सेक्स वर्कर पर हमले के मामले में आरोपी की तलाश जारी है, जबकि साइबर सेल क्रिप्टो ठगी की जांच में जुटी है और संबंधित ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स की जानकारी जुटाई जा रही है। इन घटनाओं ने नागपुर में महिला सुरक्षा और साइबर अपराध की बढ़ती चुनौती को फिर से उजागर कर दिया है।