
शामली। उत्तर प्रदेश के शामली ज़िले में मंगलवार को पुलिस ने अलग–अलग अभियानों में दो बड़ी कार्रवाइयाँ कीं। थाना झिझाना क्षेत्र में गोकशी कर रहे आरोपियों से मुठभेड़ के दौरान पुलिस ने दो बदमाशों को घायल अवस्था में गिरफ्तार किया, जबकि दूसरी घटना में 50 हज़ार का इनामी डकैत समयदीन उर्फ़ सामा पुलिस मुठभेड़ में मारा गया। झिझाना थाना क्षेत्र में पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि मंसूरा गांव के जंगल में कुछ लोग गोकशी कर रहे हैं। इस पर पुलिस टीम ने घेराबंदी की, लेकिन पुलिस को देखते ही आरोपियों ने फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में दो आरोपी- वासिद उर्फ उमरदीन और आरिफ गोली लगने से घायल हुए, जिन्हें गिरफ्तार कर अस्पताल भेजा गया। सीओ कैराना हेमंत सिंह ने बताया कि मौके से एक अवैध असलहा और गोवंश के अवशेष बरामद हुए। घटना के दौरान पाँच आरोपी शराफत, इमरान, आसिफ, मेहरबान और इंसार अंधेरे का फायदा उठाकर फरार हो गए। उनकी तलाश में सर्च अभियान जारी है। पुलिस ने संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है। इसी दिन हुई दूसरी मुठभेड़ में 50 हज़ार का इनामी कुख्यात डकैत समयदीन उर्फ़ सामा पुलिस कार्रवाई में ढेर हो गया। मूल रूप से कांधला कस्बे का रहने वाला समयदीन उत्तर प्रदेश, तेलंगाना और कर्नाटक में 23 से अधिक मामलों में वांछित था। वह कई राज्यों में सक्रिय गिरोहों के साथ मिलकर लूट और डकैती की घटनाओं को अंजाम देता था। पुलिस के अनुसार, वह अक्टूबर में मारे गए एक लाख के इनामी नफीस का भी साथी रह चुका था। नफीस के एनकाउंटर के बाद समयदीन पंजाब भाग गया था और लगातार पुलिस की पकड़ से बच रहा था। पुलिस ने बताया कि मुठभेड़ के बाद इलाके में गश्त और निगरानी बढ़ा दी गई है।




