
मुंबई। मुंबई की उपनगरीय जीवनरेखा मानी जाने वाली लोकल ट्रेनों को दहला देने वाले 7/11 सिलसिलेवार विस्फोटों की 19वीं बरसी पर शुक्रवार को पश्चिम रेलवे ने पीड़ितों को श्रद्धांजलि अर्पित की। 11 जुलाई 2006 की उस भयावह शाम को, व्यस्त समय के दौरान पश्चिम रेलवे की ट्रेनों में सात अलग-अलग स्थानों पर विस्फोट हुए थे, जिनमें 180 से अधिक लोगों की मृत्यु हुई थी और 800 से अधिक घायल हुए थे। पश्चिम रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, उस काली शाम की यादें 19 साल बाद भी मुंबईवासियों के ज़ेहन में ताज़ा हैं। आज हम पीड़ितों को याद करते हैं और यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराते हैं। माटुंगा रोड, माहिम, बांद्रा, सांताक्रूज़, जोगेश्वरी, बोरीवली और भयंदर– इन सात स्टेशनों पर, जहाँ 2006 में विस्फोट हुए थे, शुक्रवार को स्मृति समारोह आयोजित किए गए। इन स्थानों पर पश्चिम रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी, रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) और राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) के जवानों की उपस्थिति में पुष्पांजलि अर्पित की गई और मौन रखा गया। पश्चिम रेलवे के प्रवक्ता के अनुसार, माहिम स्टेशन पर बनाए गए स्थायी स्मारक पर श्रद्धासुमन अर्पित किए गए और सभी सात स्टेशनों पर स्मृति पट्टिकाएँ लगाई गई हैं, जो इस त्रासदी की याद दिलाती हैं। एक यात्री, सचिन शिंदे, जो उस समय नियमित रूप से उपनगरीय ट्रेनों से यात्रा करते थे, ने कहा, “इतने सालों बाद भी, वे भयावह दृश्य मेरी आँखों के सामने घूम जाते हैं। यह बरसी हमें सतर्क रहने की चेतावनी देती है। 7/11 विस्फोट न केवल मुंबई के लिए बल्कि पूरे देश के लिए एक गहरा मानवीय और सुरक्षा संकट लेकर आए थे। इन हमलों ने सुरक्षा व्यवस्थाओं को पुनः परिभाषित किया और नागरिक चेतना को झकझोर दिया। पश्चिम रेलवे द्वारा आयोजित यह स्मृति कार्यक्रम न केवल मृतकों को श्रद्धांजलि है, बल्कि यात्रियों की सुरक्षा और सतर्कता को लेकर जारी प्रतिबद्धता का भी प्रतीक है।