
ठाणे। रविवार को दिवा पूर्व स्थित चंद्रागण रेजीडेंसी की निर्माणाधीन इमारत में काम कर रही एक महिला मजदूर 12वीं मंजिल से गिरकर मौत का शिकार हो गई। मृतका की पहचान डक राठौड़ के रूप में हुई है, जो कर्नाटक के गुलबर्गा की निवासी थीं। डक राठौड़ अपने परिवार का भरण-पोषण करने के लिए दिवा में मजदूरी करती थीं। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, रोज की तरह वह ऊंचाई पर काम कर रही थीं, तभी अचानक संतुलन बिगड़ने से वह नीचे गिर गईं। हादसे में उनकी मौके पर ही मौत हो गई। घटना इतनी दर्दनाक थी कि आसपास काम कर रहे मजदूर दहशत में आ गए। सूचना पाकर दिवा पुलिस मौके पर पहुंची और पंचनामा कर शव को पोस्टमार्टम के लिए छत्रपति शिवाजी महाराज अस्पताल, कलवा भेजा गया। पुलिस ने आकस्मिक मौत का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। स्थानीय मजदूरों और संगठनों का कहना है कि निर्माणाधीन इमारतों पर अक्सर सुरक्षा उपकरणों की भारी कमी रहती है। मजदूर बिना हेलमेट, सेफ्टी बेल्ट और अन्य जरूरी साधनों के ऊंचाई पर काम करते हैं, जिससे हादसों का खतरा बढ़ जाता है। परिजनों ने बताया कि डक राठौड़ ही परिवार की मुख्य कमाने वाली सदस्य थीं। उनकी मौत से पूरा परिवार गहरे संकट में आ गया है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, जांच की जाएगी कि बिल्डर ने मजदूरों की सुरक्षा को लेकर पर्याप्त उपाय किए थे या नहीं। मजदूर संगठनों ने मांग की है कि बिल्डरों को जिम्मेदार ठहराते हुए दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। यह हादसा एक बार फिर दिखाता है कि निर्माण स्थलों पर सुरक्षा व्यवस्था कितनी लापरवाह है। सवाल यह है कि क्या मजदूरों की जान की कीमत पर बिल्डरों के मुनाफे का खेल जारी रहेगा?