
झाँसी, उत्तर प्रदेश। बुंदेलखंड विश्वविद्यालय, झांसी का तीसरा दीक्षांत समारोह 27 अगस्त, बुधवार को आयोजित किया जाएगा। समारोह की अध्यक्षता उत्तर प्रदेश की राज्यपाल एवं विश्वविद्यालय की कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल करेंगी, जबकि मुख्य अतिथि के रूप में डीआरडीओ महानिदेशक डॉक्टर चंद्रिका कौशिक छात्रों को संबोधित करेंगी।
कुलपति प्रोफेसर मुकेश पांडे ने प्रेस वार्ता के दौरान बताया कि इस वर्ष कुल 34 छात्रों को कुलाधिपति पदक प्रदान किए जाएंगे। एमएससी की छात्रा ऋषिका द्विवेदी को 92.70 प्रतिशत अंकों के साथ कुलाधिपति स्वर्ण पदक मिलेगा। इसके अलावा एक छात्रा को स्वर्ण, 13 छात्रों को रजत और 20 छात्रों को कांस्य पदक प्रदान किए जाएंगे। कुल 45 पदकों में से 33 छात्राओं को दिए जाएंगे, जिससे स्पष्ट होता है कि महिला छात्रों का प्रदर्शन उल्लेखनीय रहा है। दीक्षांत समारोह में कला संकाय से 29, विज्ञान संकाय से 11, शिक्षा संकाय से 13, कृषि संकाय से 1, वाणिज्य संकाय से 8 और विधि संकाय से 5 शोध उपाधियां प्रदान की जाएंगी। कुल 67 शोध उपाधियों में 35 छात्र एवं 32 छात्राओं को सम्मानित किया जाएगा। इसके साथ ही विश्वविद्यालय एवं संबद्ध महाविद्यालयों के लगभग 35,009 स्नातक एवं परास्नातक छात्रों को उपाधियां प्रदान की जाएंगी। कुलपति ने बताया कि बुंदेलखंड विश्वविद्यालय पिछले 50 वर्षों से उच्च शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी रहा है। इसे नैक से ए प्लस प्लस ग्रेड प्राप्त है और यह पीएम-उषा एवं मेरु योजना में चयनित है। विश्वविद्यालय को आईएसओ प्रमाणन प्राप्त है और इसके फार्मेसी संस्थान को एनआईआरएफ में 74वीं रैंक मिली है। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग, नई दिल्ली ने इसे कैटेगरी वन का दर्जा प्रदान किया है। उत्तर प्रदेश के केवल चार विश्वविद्यालयों को यह सम्मान प्राप्त है और बुंदेलखंड विश्वविद्यालय देश का 24वां विश्वविद्यालय है जिसे यह उपलब्धि मिली है।
विश्वविद्यालय में वर्तमान में नौ संकायों के 27 विभागों में 100 से अधिक पाठ्यक्रम संचालित हो रहे हैं जिनमें लगभग 10,000 छात्र-छात्राएं अध्ययनरत हैं। इसके अतिरिक्त बुंदेलखंड क्षेत्र के सात जिलों में लगभग 367 महाविद्यालय विश्वविद्यालय से संबद्ध हैं, जिनमें 3 लाख से अधिक छात्र-छात्राएं शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। विश्वविद्यालय द्वारा प्रदत्त कुल उपाधियों में महिलाओं का प्रतिशत 58.32 है। प्रेस वार्ता में कुलसचिव एवं परीक्षा नियंत्रक राजबहादुर, वित्त अधिकारी प्रमोद कुमार, वरिष्ठ आचार्य प्रोफेसर एस.पी. सिंह, कुलपति के निजी सचिव अनिल गोरे, निजी सहायक डॉ. अतुल खरे और पत्रकारिता विभाग के समन्वयक डॉ. कौशल त्रिपाठी उपस्थित रहे।