
मुंबई। सुरक्षा व्यवस्था में सेंध लगाने वाले एक चौंकाने वाले मामले में, मुंबई आर्मी हेडक्वार्टर से चोरी की घटना सामने आई है। यहां एक कर्नल के केबिन से सर्विस पिस्टल, ज़िंदा कारतूस, चांदी के बर्तन और नकदी चोरी कर ली गई थी। चार दिनों की गहन जांच के बाद, मुंबई क्राइम ब्रांच ने इस हाई-प्रोफाइल चोरी में शामिल दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। क्राइम ब्रांच यूनिट 12 की टीम ने आरोपियों की पहचान दीपक कृष्णा धनवे (21) और विनायक गोपीचंद बाविस्कर (18 वर्ष 5 माह) के रूप में की है। दोनों को मलाड इलाके से पकड़ा गया। पुलिस ने बताया कि दोनों ने एक तीसरे साथी के साथ मिलकर आर्मी हेडक्वार्टर के पीछे की ओर से घुसकर चोरी को अंजाम दिया। आरोपियों ने कर्नल के केबिन से एक पिस्टल, नौ ज़िंदा कारतूस, लगभग 450 ग्राम चांदी और 3 लाख रुपए नकद चुरा लिए थे। पुलिस ने उनके पास से चोरी किया गया हथियार, कारतूस, चांदी का सामान और कुछ कैश बरामद कर लिया है। प्रारंभिक जांच में सामने आया कि वारदात के बाद आरोपी गोवा भाग गए, जहां उन्होंने चोरी के कुछ पैसे मौज-मस्ती में खर्च कर दिए। मुंबई लौटने पर क्राइम ब्रांच ने दोनों को धर दबोचा।
वरिष्ठ अधिकारियों के अनुसार, दोनों आरोपी आदतन अपराधी हैं और उनके खिलाफ पहले भी चोरी के मामले दर्ज हैं। दोनों कुरार इलाके के रहने वाले हैं और कुरार पुलिस स्टेशन में इनके खिलाफ पूर्व में भी कई केस दर्ज हैं। फिलहाल, क्राइम ब्रांच यूनिट 12 ने गिरफ्तार आरोपियों को डिंडोशी पुलिस स्टेशन को सौंप दिया है, जहां आगे की जांच जारी है। यह घटना सुरक्षा एजेंसियों के लिए गंभीर चिंता का विषय बन गई है, क्योंकि सेना के संवेदनशील परिसर में इस तरह की सेंधमारी ने सुरक्षा प्रोटोकॉल पर सवाल खड़े कर दिए हैं।




