
मुंबई। परिवहन एवं चिकित्सा शिक्षा राज्य मंत्री माधुरी मिसाल ने राज्य के बस स्टेशनों पर यात्रियों को गुणवत्तापूर्ण सुविधाएं देने और स्वच्छता पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता जताई। उन्होंने कहा कि हर बस स्टॉप पर महिला यात्रियों के लिए शौचालय की व्यवस्था सुनिश्चित करनी चाहिए। मंत्री मिसाल ने कहा कि परिवहन निगम को लाभदायक बनाने के लिए एक व्यापक कार्ययोजना तैयार की जानी चाहिए, जिसमें गैर सरकारी संगठनों और ट्रांसपोर्टरों के सुझाव और फीडबैक को भी शामिल किया जाना चाहिए। परिवहन विभाग की समीक्षा बैठक के दौरान मंत्री ने पुराने वाहनों के निपटान के लिए स्क्रैपिंग नीति के पालन की बात की और कहा कि बस चालकों द्वारा शराब पीकर वाहन चलाने की शिकायतें बढ़ रही हैं, जिससे उनके लिए शराब पीने की जांच अनिवार्य की जानी चाहिए। राज्य मंत्री ने सड़क सुरक्षा पर भी जोर दिया और कहा कि दुर्घटनाओं की संख्या कम करने और जानमाल की हानि को रोकने के लिए कड़ी कदम उठाए जाने चाहिए।
बैठक में अन्य बिंदुओं पर चर्चा की गई जैसे:
निजी बसों को अनुमति देते समय यह सुनिश्चित किया जाए कि उसमें सिटी बसों में यात्रियों के चढ़ने और उतरने के लिए नियम और शर्तें शामिल हों।
बड़े शहरों में निजी बसों से यातायात में होने वाली समस्याओं का समाधान करने के लिए नीति तैयार की जाए।
नए बस स्टेशनों के निर्माण, यात्री कर, नई बसों की खरीद, और सड़क निर्माण पर भी चर्चा की गई।
इस बैठक में परिवहन विभाग के प्रमुख सचिव संजय सेठी, आयुक्त विवेक भीमनवार, राज्य परिवहन निगम के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. माधव कुसेकर सहित अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।