
डॉ अंशुमान अग्निहोत्री
उन्नाव, उत्तर प्रदेश। शराब बिक्री का आरोप लगा कर भाजपा नेता के ढाबे पर तांडव करने वाले कोतवाल की मुश्किलें बढ़ती दिख रही हैं। पुलिस अधीक्षक ने आरोपी कोतवाल और संबंधित पुलिस चौकी इंचार्ज को लाइन हाजिर कर दिया है। वहीं जिला अधिकारी ने डॉक्टरो की तीन सदस्य टीम से घायल ढाबा संचालक व उनके परिवार का चिकित्सीय परीक्षण करवाया है। चिकित्सीय परीक्षण में स्पष्ट रूप से पुलिस की बर्बरता सामने आई है। कोतवाली क्षेत्र के ग्राम मुर्तजापुर निवासी भाजपा कार्यकर्ता अवधेश कटियार पुत्र हरिकृष्ण हरदोई उन्नाव मार्ग पर आगरा एक्सप्रेसवे के निकट ढाबा का संचालन करते हैं। ढाबे पर अवैध रूप से शराब बिक्री का आरोप लगाकर गत 6 दिसंबर को देर रात कोतवाल अनुराग सिंह गंज मुरादाबाद पुलिस चौकी इंचार्ज सतीश द्विवेदी, बांगरमऊ पुलिस चौकी इंचार्ज अजय यादव, उप निरीक्षक वीरेंद्र विक्रम सिंह, आरक्षी दीपक व गोविंद आदि पुलिस कर्मियों के साथ ढाबे पर जा पहुंचे और ढाबा खुला देख गाली गलौज करने लगे। कोतवाल अनुराग सिंह बस यही नहीं रुके। उनके सारे पर पुलिस कर्मियों ने ढाबा संचालक, उसकी पत्नी, उसके पुत्रों तथा कर्मचारियों पर कहर ढाना शुरू कर दिया। ढाबे में लगा सीसीटीवी कैमरा तोड़ दिया। गोलक में रखी नकदी निकाल ली। ढाबा संचालक की पत्नी ममता का आरोप है कि महिला पुलिस की अनुपस्थिति मे कोतवाल ने उनके साथ बदसलूकी की। इसके बाद पुलिस ढाबा संचालक और उसके पुत्रों सहित चार लोगों को कोतवाली लेकर चली गयी। ढाबा संचालक के पुत्र ने बताया कि कोतवाली ले जाने के बाद उन्हें सीसीटीवी कैमरे की जद से बाहर ले जाया गया। जहाँ पुलिस ने सभी की लाठी और पट्टे से बर्बरता पूर्वक पिटाई की। जिससे सभी लोगो को गंभीर चोटें आईं हैं। अगले दिन 7 दिसंबर को पुलिस ने अवधेश कटियार सहित सभी का शांति भंग की आशंका में चालान कर दिया। पुलिस के चुंगल से छूटने के बाद पीड़ित अवधेश कटियार ने जिला अधिकारी और पुलिस अधीक्षक की चौखट पर दस्तक दी। जहां उन्होंने पुलिसिया जुल्म की दास्तान सुनाई। पीड़ित कटिहार की दास्तां सुनकर पुलिस अधीक्षक जेपी सिंह कोतवाली पहुंचे और उन्होंने कोतवाल को तलब किया। लेकिन आरोपी कोतवाल पुलिस अधीक्षक का सामना नहीं कर सके। इसके बाद पुलिस अधीक्षक ने अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए कोतवाल अनुराग सिंह को लाइन हाजिर कर दिया। चर्चा यह भी है कि ढाबे पर पहुंचकर तांडव करने वाले वाले सभी पुलिस कर्मियों के विरुद्ध कार्रवाई होना तय है। चर्चा तो यह भी है कि ढाबा पर तांडव करने वाले कोतवाल अनुराग सिंह समेत सभी पुलिसकर्मियों पर गंभीर धाराओं में मुकदमा भी लिखा जा सकता है।
डॉक्टरो के पैनल ने घायलों का किया चिकित्सीय परीक्षण
जिलाधिकारी गौरांग राठी ने घटना की सच्चाई जानने के लिए जिला अस्पताल के डॉक्टर मनोज, डॉक्टर महेंद्र व महिला डॉक्टर शाइंदा जफर की टीम बनाकर पुलिस पिटाई में घायल अवधेश कटियार, उनकी पत्नी ममता कटियार, अश्वनी व मिहिर का चिकित्सीय परीक्षण करवाया है। पैनल ने अपनी रिपोर्ट में अश्वनी के शरीर पर 10 चोटें , मिहिर के शरीर पर 5 चोटें , ममता के 3 और अवधेश के शरीर पर 3 चोटे होने की पुष्टि की है। पैनल ने सभी को एक्सरे की सलाह दी है। जिससे अंदरूनी चोट की पुष्टि हो सके ।



