
मुंबई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन (17 सितंबर) के अवसर पर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की पहल से पूरे महाराष्ट्र में ‘नमो नेत्र संजीवनी आरोग्य अभियान’ की शुरुआत की गई है। यह अभियान 2 अक्टूबर (महात्मा गांधी जयंती) तक चलेगा। इसके तहत 10 लाख से अधिक नागरिकों की आंखों की जांच, ऑपरेशन और इलाज पूरी तरह मुफ्त किया जाएगा। पहले ही दिन राज्यभर में 15 हजार से अधिक लोगों की जांच हुई और 1,857 मरीजों के मोतियाबिंद ऑपरेशन तथा अन्य उपचार शुरू किए गए।
जिला और तालुका स्तर पर शिविर
राज्य के सभी 36 जिलों में गांव, बस्तियों, तंडों और पाड़ों तक यह अभियान पहुंच रहा है। तालुका और जिला स्तर पर जांच शिविर आयोजित किए जा रहे हैं। जिन मरीजों को ऑपरेशन की जरूरत होती है, उन्हें जिला अस्पतालों और संबद्ध मेडिकल संस्थानों में रेफर किया जाता है, जहां ऑपरेशन और दवाएं पूरी तरह मुफ्त उपलब्ध कराई जाती हैं।
अभियान में संस्थानों और संगठनों की भागीदारी
इस अभियान को व्यापक बनाने के लिए महाराष्ट्र यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंसेज, लोक स्वास्थ्य विभाग, चिकित्सा शिक्षा विभाग, नगर निगम, नगर पालिका, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन, महाराष्ट्र मेडिकल काउंसिल, चैरिटेबल अस्पताल, महात्मा ज्योतिराव फुले जन आरोग्य योजना, मुख्यमंत्री सहायता कोष, ईएसआईसी अस्पताल और कई सामाजिक संगठन सक्रिय रूप से सहयोग कर रहे हैं।
गरीब और जरूरतमंदों के लिए राहत
मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि इस पहल का मुख्य उद्देश्य आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग को मुफ्त नेत्र चिकित्सा उपलब्ध कराना है। ग्रामीण क्षेत्रों, झुग्गी-झोपड़ियों और घुमंतू समुदायों के बुजुर्ग, किसान, मजदूर और महिलाएं इस अभियान से सीधे लाभान्वित हो रहे हैं।
17 सितंबर को अभियान का रिपोर्ट कार्ड
- अस्पतालों की संख्या – 426
- आयोजित कैंप – 128
- जांच करवाने वाले मरीज – 15,469
- आगे के इलाज के लिए रेफर मरीज – 717
- मुफ्त चश्मे के लिए पंजीकरण – 1,590
- मोतियाबिंद ऑपरेशन – 1,857
- अन्य नेत्र सर्जरी – 127।
सेल के प्रमुख रमेश्वर नाइक ने कहा कि मुख्यमंत्री की यह पहल आम जनता के लिए बड़ी राहत है और इससे हजारों जरूरतमंद लोगों को दृष्टि संबंधी समस्याओं से निजात पाने का मौका मिलेगा।




