
मुंबई। डायरेक्टोरेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस (डीआरआई) ने चीन से आयात किए गए ड्यूटी योग्य केमिकल्स के संबंध में गलत जानकारी देकर कस्टम ड्यूटी बचाने के मामले में दो केमिकल व्यापारियों को गिरफ्तार किया है। अधिकारियों के अनुसार, आरोपियों ने आयातित माल के मूल देश, बिल ऑफ लैडिंग और उत्पाद की वास्तविक प्रकृति से जुड़ी अहम जानकारियां छिपाकर क्रमशः करीब 10.85 करोड़ रुपये और 12 करोड़ रुपये से अधिक की कस्टम ड्यूटी बचाने का प्रयास किया। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान सांताक्रूज़ (पूर्व) स्थित केम कार्ट इंडिया के निदेशक अंकित मेहता और मे एफ्रोडाइट फूड्स एलएलपी के साझेदार मौलिक कोठारी के रूप में हुई है। डीआरआई की जांच में सामने आया कि केम कार्ट इंडिया दिसंबर 2021 से चीनी आपूर्तिकर्ताओं से इंस्टेंटाइज़्ड ब्रांच्ड-चेन अमीनो एसिड (बीसीएए), इंस्टेंटाइज़्ड एल-ल्यूसीन पाउडर, इंस्टेंटाइज़्ड एल-आइसोल्यूसीन पाउडर और वैलीन पाउडर का आयात कर रहा था। ये उत्पाद कस्टम टैरिफ हेडिंग 21069099 के अंतर्गत आते हैं, जिन पर कुल 82.9 प्रतिशत कस्टम ड्यूटी लागू होती है। एजेंसी ने खेप को रोककर नमूने प्रयोगशाला जांच के लिए भेजे, जहां यह पुष्टि हुई कि सामान की प्रकृति के बारे में जानबूझकर गलत घोषणा की गई थी। डीआरआई अधिकारियों के मुताबिक, आरोपियों ने चीनी सप्लायरों के साथ मिलकर कस्टम टैरिफ हेडिंग में हेरफेर किया और ज्यादा ड्यूटी से बचने के लिए इनवॉइस और लेबल से “इंस्टेंट” या “इंस्टेंटाइज़्ड” शब्द हटाने के निर्देश दिए थे। तलाशी के दौरान मिले इलेक्ट्रॉनिक और दस्तावेजी साक्ष्यों से इस साजिश की पुष्टि हुई है। मामले में आगे की जांच जारी है और डीआरआई ने संकेत दिए हैं कि कस्टम ड्यूटी चोरी से जुड़े इस नेटवर्क में अन्य लोगों की भूमिका की भी पड़ताल की जा रही है।




