
झांसी। उत्तर प्रदेश के झांसी जिले में सुभाष शाखा शिवाजीनगर का वार्षिकोत्सव हर्षोल्लास और गरिमामय वातावरण में सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर मुख्य वक्ता डॉ. चंद्रप्रकाश सिंह, महानगर बौद्धिक प्रमुख, झांसी महानगर रहे, जबकि कार्यक्रम की अध्यक्षता श्रीरामकेश, प्रांत कार्यवाह, कानपुर प्रांत ने की। समारोह में शाखा के स्वयंसेवकों के साथ स्थानीय नागरिकों की भी उल्लेखनीय उपस्थिति रही। कार्यक्रम के दौरान गणवेशधारी स्वयंसेवकों ने वर्षभर शाखा में किए गए गतिविधियों की झलक प्रस्तुत की। आसन, योग, समता, एकल गीत और अमृत वचन जैसे कार्यक्रमों ने उपस्थित जनों को प्रभावित किया। पूरे आयोजन में अनुशासन और देशभक्ति की भावना स्पष्ट रूप से झलकती रही। मुख्य वक्ता डॉ. चंद्रप्रकाश सिंह ने अपने उद्बोधन में सामाजिक समरसता की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि समाज के विभिन्न वर्गों के बीच परस्पर सहयोग और सद्भाव ही राष्ट्रनिर्माण की मूल भावना है। उन्होंने कहा कि संघ की पंच परिवर्तन यात्रा में सामाजिक समरसता का प्रमुख स्थान है, जिससे समाज के सभी वर्गों की सहभागिता सुनिश्चित होती है। उन्होंने आगे कहा कि स्वस्थ परिवार से ही स्वस्थ समाज और सशक्त राष्ट्र का निर्माण संभव है। परिवार में संस्कार, परंपरा और वसुधैव कुटुम्बकम की भावना का पोषण आवश्यक है। स्वयंसेवकों से आह्वान किया गया कि वे अपने परिवार और समाज में नैतिक मूल्यों, अनुशासन, संयम और राष्ट्रप्रेम की भावना को प्रोत्साहित करें। डॉ. चंद्रप्रकाश ने स्वयंसेवकों को याद दिलाया कि एक जिम्मेदार नागरिक के रूप में अनुशासन, ईमानदारी और राष्ट्रभक्ति का परिचय देना चाहिए। उन्होंने सेवा, सहयोग, पर्यावरण संरक्षण, स्वदेशी वस्तुओं के प्रोत्साहन और आत्मनिर्भरता के माध्यम से देश को प्रगति की दिशा में ले जाने का आह्वान किया। इस अवसर पर प्रमुख अतिथियों के प्रेरक संबोधन ने उपस्थित स्वयंसेवकों में नई ऊर्जा और उत्साह का संचार किया। कार्यक्रम में सुरेश पुरोहित, जगदीश कटारे, मनोज गुप्ता, मुन्नालाल साहू, रामस्वरूप राय सहित अनेक स्वयंसेवक और स्थानीय गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे। पूरा आयोजन अनुशासन, उत्साह और राष्ट्रभक्ति की भावना से परिपूर्ण रहा।



