
ठाणे। ठाणे शहर में 7.14 करोड़ रुपये के विदेशी मुद्रा निवेश घोटाले के मुख्य आरोपी अजय उसारे को तीन साल की फरारी के बाद उत्तराखंड के देहरादून से गिरफ्तार किया गया है। यह गिरफ्तारी ठाणे पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (EOW) द्वारा 13 जून को की गई, जिसकी पुष्टि बुधवार, 25 जून को डीसीपी पराग मनेरे ने की। आरोपी अजय उसारे (38) ने अपने कुछ सहयोगियों के साथ मिलकर 2022 में वागले एस्टेट इलाके में ‘डिवाइन पावर फॉरेक्स ट्रेडिंग’ नामक कंपनी शुरू की थी और 91 निवेशकों को 15 महीने तक हर महीने 15 प्रतिशत रिटर्न का झांसा देकर कुल 7,14,93,349 रुपये की ठगी की थी। जब कंपनी ने रिटर्न देना बंद कर दिया और ऑफिस बंद हो गया, तब निवेशकों ने पुलिस से संपर्क किया। धोखाधड़ी के बाद अजय देश से फरार हो गया और दुबई और नेपाल जैसे देशों में छिपी हुई पहचान के साथ रहा। पुलिस ने भारतीय दंड संहिता की धारा 420 (धोखाधड़ी), 406 और 409 (आपराधिक विश्वासघात), 120बी (षड्यंत्र), 34 (सामान्य इरादा), और महाराष्ट्र जमाकर्ता हित संरक्षण अधिनियम (MPID Act) के तहत मामला दर्ज किया। यह मामला 7 अक्टूबर 2024 को ठाणे साइबर सेल को सौंपा गया, जिसके बाद एक विशेष टीम ने तकनीकी निगरानी और खुफिया इनपुट के आधार पर उसे देहरादून में ट्रैक कर लिया और गिरफ्तार कर ठाणे लाया गया। अदालत ने आरोपी को 26 जून तक पुलिस हिरासत में भेज दिया है। अब तक इस मामले में छह लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। पुलिस उससे पूछताछ कर यह जानने की कोशिश कर रही है कि ठगे गए पैसे का इस्तेमाल कहां हुआ और कौन-कौन इसमें और शामिल है। यह गिरफ्तारी निवेशकों के लिए एक महत्वपूर्ण राहत मानी जा रही है।