नागपुर। महाराष्ट्र के नागपुर में एक ही परिवार के चार सदस्यों के शव बरामद हुए हैं। सभी शव फांसी के फंदे पर लटके पाए गए हैं, जिससे पुलिस को आत्महत्या की आशंका है। यह दुखद घटना नागपुर जिले के नरखेड तालुका के मोवाड गांव में हुई। मृतकों की पहचान रिटायर्ड शिक्षक विजय पचौरी, उनकी पत्नी माला बाई, और उनके दो बेटे दीपक और गणेश के रूप में हुई है। दोनों बेटे 35 से 40 साल की उम्र के बीच थे और अभी तक शादी नहीं कर पाए थे। सभी परिवार के सदस्य एक ही घर में रह रहे थे। पुलिस के अनुसार, विजय पचौरी के बड़े बेटे पर मध्य प्रदेश के पंढुरा की एक को-ऑपरेटिव सोसाइटी में धोखाधड़ी का आरोप था। उसे हाल ही में गिरफ्तार किया गया था और लगभग एक महीने पहले जमानत पर रिहा किया गया था। अधिकारियों ने बताया कि परिवार इस तनाव के कारण बहुत परेशान था। पुलिस को घटनास्थल से एक सुसाइड नोट भी मिला है, जिसमें सभी चारों सदस्यों के हस्ताक्षर हैं। इस नोट में परिवार की परेशानियों का उल्लेख किया गया है। पुलिस ने आकस्मिक मौत का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। अधिकारियों का कहना है कि घटना की विस्तृत जांच की जा रही है ताकि सही कारणों का पता लगाया जा सके।
सुसाइड पर उठ रहे कई सवाल
अब सवाल ये है की एक बेटे पर केस था तो परिवार ने क्यों सुसाइड कर लिया। क्या परिवार पर किसी का दबाव था। किसी ने उन्हें इतना तंग किया या उकसाया के पूरे परिवार ने ही आत्महत्या कर ली और खुद चिट्ठी लिखकर सुसाइड नोट बनाया ताकि हत्या को आत्महत्या दिखाया जा सके। अब इसे लेकर हर एक एंगल से जांच पड़ताल की जा रही है। पुलिस के मुताबिक जरूरत पड़ी तो एमपी पुलिस की मदद ली जायेगी और कोऑपरेटिव बैंक से जुड़े फ्रॉड केस में कोई ऐसा व्यक्ति है जो इस सामूहिक मौत का जिम्मेदार है तो उसे खोजकर निकाला जाएगा।