
मुंबई। दिल्ली-एनसीआर में आवारा कुत्तों की बढ़ती संख्या और हमलों की घटनाओं को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट ने बड़ा फैसला सुनाया है। जस्टिस जेबी पारदीवाला और आर. महादेवन की बेंच ने आदेश दिया कि सभी स्ट्रे डॉग्स को आठ हफ्तों के भीतर पकड़कर विशेष डॉग शेल्टर्स में रखा जाए और उन्हें दोबारा सड़कों पर न छोड़ा जाए। कोर्ट ने यह भी निर्देश दिया कि डॉग बाइट की शिकायत दर्ज करने के लिए एक हेल्पलाइन नंबर जारी किया जाए और शिकायत मिलने के चार घंटे के भीतर कार्रवाई हो। आदेश का उल्लंघन करने वालों पर अवमानना की कार्यवाही होगी। इस फैसले ने सोशल मीडिया पर तीखी बहस छेड़ दी है। कई लोग इसे इंसानों की सुरक्षा के लिए जरूरी मान रहे हैं, जबकि कुछ इसे जानवरों के अधिकारों के खिलाफ बता रहे हैं। इसी मुद्दे पर जानी-मानी अभिनेत्री और डॉग लवर रवीना टंडन ने कहा कि बढ़ती कुत्तों की आबादी का दोष इन जानवरों को नहीं, बल्कि स्थानीय निकायों को दिया जाना चाहिए। उनके मुताबिक, वैक्सीनेशन और नसबंदी (स्टरलाइजेशन) अभियान सही तरीके से नहीं चलाए गए, जिसके कारण हालात बिगड़े। उन्होंने कहा, अगर यह अभियान समय पर और प्रभावी ढंग से चलाया जाता, तो आज हम इस स्थिति में नहीं होते। पैसे और इंफ्रास्ट्रक्चर का सही इस्तेमाल होना चाहिए।काम के मोर्चे पर रवीना हाल ही में वेडिंग ड्रामा फिल्म ‘घुड़चड़ी’ में नजर आई थीं और जल्द ही ‘वेलकम टू द जंगल’ में दिखाई देंगी, जो इस समय प्रोडक्शन स्टेज में है।




