मुंबई। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने स्पष्ट किया है कि सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन को मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार की घोषणा करने की कोई आवश्यकता नहीं है, क्योंकि एकनाथ शिंदे को पहले ही मुख्यमंत्री पद के लिए नामित किया जा चुका है। बुधवार को आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में फडणवीस ने कहा, “महायुति को मुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित करने की जरूरत नहीं है, हमारे मुख्यमंत्री यहां बैठे हैं।” उन्होंने विपक्ष को चुनौती देते हुए कहा, “मैं पवार साहब को चुनौती देता हूं कि वे मुख्यमंत्री पद के लिए अपना चेहरा घोषित करें। फडणवीस ने महा विकास अघाड़ी (एमवीए) पर निशाना साधते हुए कहा कि एमवीए मुख्यमंत्री के चेहरे की घोषणा नहीं कर रहा है, क्योंकि उन्हें नहीं लगता कि चुनाव के बाद उनका कोई सीएम बनेगा। उन्होंने विपक्ष पर भ्रष्टाचार और कानून व्यवस्था की स्थिति को लेकर भी सवाल उठाए। फडणवीस ने कहा, वह गठबंधन, जिसका गृह मंत्री 100 करोड़ रुपये की रिश्वत लेने के आरोप में जेल गया, व्यापारी के घर के बाहर बम रखे, पत्रकारों को सलाखों के पीछे डाला, वही हमें कानून और व्यवस्था पर सीख देने की कोशिश कर रहा है। उन्होंने आगे कहा कि एमवीए सरकार के दौरान महिलाओं की सुरक्षा को लेकर लापरवाही बरती गई, जबकि महायुति सरकार महिलाओं की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देती है। फडणवीस ने महायुति सरकार की योजनाओं और वित्तीय प्रावधानों की भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि महायुति ने सभी योजनाओं के लिए वित्तीय प्रावधान और बजट बनाए हैं, और घोषणापत्र में कुछ नई योजनाओं और लाभों की भी घोषणा की जाएगी। उन्होंने विपक्ष द्वारा लड़की बहिन योजना पर उठाए गए सवालों का जवाब देते हुए कहा कि अब तक 2.5 करोड़ से अधिक लाभार्थियों के खातों में 4 से 5 किश्तें जमा हो चुकी हैं। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने भी प्रेस कॉन्फ्रेंस में महायुति सरकार के प्रदर्शन की सराहना की और कहा, “हमारा दो साल का काम और प्रदर्शन ही हमारे गठबंधन का चेहरा है। शिंदे ने एमवीए को चुनौती देते हुए कहा कि उन्हें विपक्ष के नेता के रूप में अपना चेहरा घोषित करना चाहिए। उन्होंने आगे कहा, “हम अपने दो साल के काम का रिपोर्ट कार्ड पेश कर रहे हैं, जो यह साबित करता है कि हमारी सरकार ने बेहतरीन प्रदर्शन किया है।”