
मुंबई। महाराष्ट्र देश की आर्थिक प्रगति का इंजन बना हुआ है और फॉरेन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट (एफ़डीआई), फाइनेंशियल सर्विसेज़, फिनटेक, मैन्युफैक्चरिंग, इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ-साथ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, डेटा सेंटर्स और क्लीन एनर्जी जैसे उभरते सेक्टर्स में राज्य ने अग्रणी भूमिका निभाई है। कुछ राज्य निवेश आकर्षित करने के लिए इंसेंटिव्स पर निर्भर हैं, जबकि महाराष्ट्र भरोसे, स्थिरता और मजबूत इकोसिस्टम के कारण निवेशकों की पहली पसंद बन रहा है। यह आकलन कन्फेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्री (सीआईआई) द्वारा आयोजित मुंबई इंटरनेशनल समिट में प्रस्तुत किया गया। यह समिट बांद्रा-कुर्ला कॉम्प्लेक्स में आयोजित किया गया, जिसमें राज्य की औद्योगिक, निवेश और डिजिटल प्रगति का व्यापक रिव्यू पेश किया गया। कार्यक्रम में विपणन एवं प्रोटोकॉल मंत्री जयकुमार रावल, सीआईआई मुंबई इंटरनेशनल समिट के अध्यक्ष वैभव वोहरा, ब्रिटिश डिप्टी हाई कमिश्नर हरजिंदर सिंह कांग, ब्राजील के कॉन्सुलेट जनरल जोस मौरो दा फोंसेका कोस्टा कोटो, सीआईआई वेस्टर्न रीजन के अध्यक्ष ऋषि कुमार बागला, उपाध्यक्ष वीर आडवाणी, सीआईआई के को-प्रेसिडेंट अनुराग अग्रवाल सहित कई गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे। सम्मेलन में देश-विदेश के विभिन्न सेक्टर्स से जुड़े प्रतिनिधियों ने भाग लिया और वित्त, इंफ्रास्ट्रक्चर, डिजिटल टेक्नोलॉजी तथा उभरते उद्योगों में मौजूद अवसरों पर विचार साझा किए। समिट के दौरान यह भी रेखांकित किया गया कि सरकार-उद्योग साझेदारी, मजबूत नीति ढांचा और डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन के कारण महाराष्ट्र निवेश के लिए भरोसेमंद गंतव्य बनकर उभरा है। सम्मेलन में मौजूद विशेषज्ञों ने आने वाले वर्षों में राज्य की आर्थिक क्षमता और वैश्विक निवेश के नए अवसरों पर भी मार्गदर्शन दिया।



