
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की पहल से नक्सल प्रभावित क्षेत्र में शिक्षा को मिलेगी नई रोशनी
गढ़चिरौली। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की पहल और अंबानी ग्रुप ऑफ कंपनीज की सदस्य एवं ‘रोज़ी ब्लू फाउंडेशन’ की निदेशक श्लोका अंबानी के सामाजिक सहयोग से नक्सल प्रभावित और सुदूर गढ़चिरौली जिले के ज़िला परिषद स्कूलों में सौर ऊर्जा से रोशन ‘सोलर स्कूल परियोजना’ की शुरुआत की गई है। इस परियोजना का उद्देश्य ग्रामीण और आदिवासी क्षेत्रों के विद्यार्थियों को निर्बाध बिजली आपूर्ति और डिजिटल शिक्षा की सुविधाएँ उपलब्ध कराना है। मुख्यमंत्री फडणवीस ने फाउंडेशन और उसके स्वयंसेवी मंच ‘कनेक्ट फॉर’ के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि गढ़चिरौली जैसे आकांक्षी जिले में शिक्षा के क्षेत्र में यह पहल एक प्रेरणादायक उदाहरण है। उन्होंने कहा कि “गढ़चिरौली में शैक्षिक बुनियादी ढांचे को सशक्त बनाना राज्य सरकार की प्राथमिकता है, और इस दिशा में श्लोका अंबानी का योगदान सराहनीय है। मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया कि जिला प्रशासन इस परियोजना को पूरा सहयोग देगा।
धनोरा तालुका के 10 स्कूलों में पहले चरण की शुरुआत
गढ़चिरौली जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुहास गाडे ने 31 अक्टूबर 2025 को इस परियोजना को मंजूरी दी। पहले चरण में धनोरा तालुका के 10 जिला परिषद विद्यालयों में सौर ऊर्जा आधारित इकाइयाँ स्थापित की जा रही हैं। इनमें धनोरा, मुस्क्या, सालेभट्टी, रंगी, नीमगांव, दुदमाला, मुरुमगांव, बंधोना, तथा ज़िला परिषद उच्च विद्यालय धनोरा और मोहाली शामिल हैं। इस परियोजना के तहत स्कूलों में शिक्षण और डिजिटल गतिविधियों के लिए निरंतर बिजली उपलब्ध कराई जाएगी। बिजली की निर्भरता कम होने से विद्यार्थियों को बिना रुकावट के आधुनिक शिक्षा सुविधाएँ मिलेंगी। फाउंडेशन के अनुसार, इस परियोजना से करीब 1,470 विद्यार्थी सीधे लाभान्वित होंगे। सौर ऊर्जा से संचालित स्कूलों में अब कंप्यूटर शिक्षा, स्मार्ट क्लासरूम और अन्य डिजिटल कार्यक्रमों को निरंतर चलाया जा सकेगा।टिकाऊ ऊर्जा से शिक्षा को मिलेगी नई दिशा
‘सोलर स्कूल परियोजना’ को गढ़चिरौली में शिक्षा और स्वच्छ ऊर्जा के संगम के रूप में देखा जा रहा है। मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि यह पहल न केवल पर्यावरण संरक्षण की दिशा में कदम है, बल्कि ग्रामीण छात्रों को उज्जवल भविष्य की ओर ले जाने वाली पहल भी है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार इस परियोजना के मॉडल को अन्य जिलों में भी लागू करने पर विचार करेगी। श्लोका अंबानी ने कहा कि रोज़ी ब्लू फाउंडेशन का लक्ष्य ऐसे क्षेत्रों में सतत विकास सुनिश्चित करना है, जहाँ संसाधनों की कमी बच्चों की शिक्षा में बाधा बनती है। उन्होंने बताया कि भविष्य में इस परियोजना को अन्य नक्सल प्रभावित जिलों तक भी विस्तारित किया जाएगा। गढ़चिरौली में शिक्षा और ऊर्जा का यह संगम अब एक नई मिसाल बनता दिख रहा है- जहाँ अब ज्ञान की रोशनी सूरज की किरणों से फैल रही है।




