
मुंबई। शिवसेना (यूबीटी) के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद संजय राउत की तबीयत अचानक बिगड़ गई है। डॉक्टरों ने उन्हें घर से बाहर निकलने और सार्वजनिक कार्यक्रमों में भाग लेने से मना कर दिया है। संजय राउत ने स्वयं एक बयान जारी कर बताया है कि उन्हें चिकित्सकों ने पूर्ण आराम की सलाह दी है और वे अब दो महीने तक सार्वजनिक जीवन से पूरी तरह दूर रहेंगे। राउत ने कहा कि उनके स्वास्थ्य में अचानक गिरावट आई है और वे फिलहाल उपचाराधीन हैं। उन्होंने अपने बयान में लिखा- मेरे स्वास्थ्य में अचानक गिरावट आई है। इलाज चल रहा है, मैं जल्द ही इससे बाहर आ जाऊंगा। चिकित्सकीय सलाह के अनुसार, मुझे बाहर जाने और भीड़ में मिलने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। मुझे विश्वास है कि मैं ठीक हो जाऊंगा और नए साल में आपसे मिलने आऊंगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संजय राउत के स्वास्थ्य को लेकर चिंता व्यक्त की और उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है। राउत ने प्रधानमंत्री के इस ट्वीट के लिए आभार जताते हुए कहा कि यह उनके लिए “नैतिक बल बढ़ाने वाला संदेश” है। राजनीतिक पर्यवेक्षकों का मानना है कि राउत का सार्वजनिक जीवन से अस्थायी रूप से दूर रहना, महाराष्ट्र में आगामी स्थानीय स्वशासी निकायों के चुनावों से पहले ठाकरे गुट के लिए एक बड़ा झटका साबित हो सकता है। राउत को पार्टी का प्रमुख रणनीतिकार और मुखर चेहरा माना जाता है, जो अक्सर भाजपा और शिंदे गुट पर तीखे हमले करते रहे हैं। शिवसेना (यूबीटी) की नेता सुषमा अंधारे ने सोशल मीडिया पर पोस्ट साझा करते हुए राउत के जल्द स्वस्थ होने की कामना की। उन्होंने लिखा- दोस्त, आग में ओलों की तरह… जल्दी ठीक हो जाओ। हम जानते हैं कि भले ही हम सार्वजनिक रूप से मिल-जुल न सकें, लेकिन हम अंडरवर्ल्ड की विशाल शक्ति के खिलाफ जो लड़ाई हमने छेड़ी है, उसमें वैचारिक रसद प्रदान करते रहेंगे। अंधारे ने विश्वास व्यक्त किया कि राउत भले कुछ समय के लिए सार्वजनिक रूप से सक्रिय न रहें, लेकिन वे विचारधारात्मक स्तर पर पार्टी की लड़ाई में सक्रिय बने रहेंगे।




