
मुंबई। महाराष्ट्र विधान परिषद में विपक्ष के नेता अंबादास दानवे के नेतृत्व में शिवसेना (यूबीटी) के एक प्रतिनिधिमंडल ने सोमवार को राज्यपाल सी.पी.राधाकृष्णन से मुलाकात कर सत्ताधारी गठबंधन के उन मंत्रियों और विधायकों को तत्काल निलंबित करने की मांग की जो कथित रूप से भ्रष्टाचार और कदाचार में शामिल हैं। प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल को सौंपे गए ज्ञापन में मंत्री संजय शिरसाट, कृषि मंत्री माणिकराव कोकाटे, राज्य मंत्री योगेश कदम और मंत्री नितेश राणे जैसे नेताओं के खिलाफ गंभीर आरोपों को उजागर किया और इनके खिलाफ त्वरित व निष्पक्ष कार्रवाई की मांग की। ज्ञापन में यह भी आरोप लगाया गया कि इन मंत्रियों पर प्रशासनिक भ्रष्टाचार, पद का दुरुपयोग और वित्तीय अनियमितताओं के गंभीर आरोप हैं, जो राज्य शासन की पारदर्शिता और उत्तरदायित्व की गरिमा को ठेस पहुंचाते हैं। प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल से आग्रह किया कि जब तक आरोपों की निष्पक्ष जांच पूरी नहीं होती, तब तक इन मंत्रियों को पद से हटाया या निलंबित किया जाए। साथ ही ज्ञापन में हनी ट्रैप कांड, ठाणे-बोरीवली सुरंग परियोजना और मीरा-भायंदर नगर निगम की भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया में हुई अनियमितताओं जैसे विवादास्पद मामलों की भी ओर ध्यान आकृष्ट किया गया। अंबादास दानवे ने राज्यपाल से मुलाकात के बाद कहा कि भ्रष्टाचार में लिप्त नेताओं की सत्ता में मौजूदगी लोकतंत्र और जनविश्वास दोनों के लिए घातक है, और शिवसेना (यूबीटी) राज्य में पारदर्शिता व न्याय की स्थापना के लिए संघर्ष करती रहेगी।