मुंबई। महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव की तैयारियों के बीच, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के नेता शरद पवार ने मंगलवार को राजनीति से संन्यास लेने का संकेत दिया है। 83 वर्षीय पवार ने कहा कि वह 18 महीने में समाप्त होने वाले अपने राज्यसभा कार्यकाल के बाद कोई और चुनाव नहीं लड़ेंगे, जिससे उनके रिटायरमेंट की अटकलें तेज हो गई हैं।शरद पवार का बड़ा बयान
पवार ने अपने पारिवारिक गढ़ बारामती में कहा, “मैं सत्ता में नहीं हूं… और राज्यसभा में मेरा कार्यकाल डेढ़ साल और बचा है। उसके बाद मैं भविष्य में कोई चुनाव नहीं लड़ूंगा। मुझे कहीं न कहीं रुकना पड़ेगा…” उन्होंने बारामती के मतदाताओं को उनके प्रति आभार व्यक्त किया कि उन्हें 14 बार सांसद और विधायक बनाने के लिए धन्यवाद दिया।पिछले साल का संन्यास का फैसला
यह पहली बार नहीं है जब पवार ने राजनीति से संन्यास का संकेत दिया है। पिछले साल, उन्होंने एनसीपी का अध्यक्ष पद छोड़ने की घोषणा की थी, लेकिन पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं के दबाव के कारण उन्होंने अपना फैसला वापस ले लिया था। उनके द्वारा किया गया संन्यास का ऐलान एनसीपी के कार्यकर्ताओं के बीच खलबली मचा गया था, और इसके बाद उन्होंने अपना इस्तीफा वापस लिया।
बारामती में दिलचस्प चुनावी मुकाबला
20 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव में, शरद पवार के पोते युगेंद्र पवार और भतीजे अजित पवार के बीच बारामती विधानसभा सीट पर सीधा मुकाबला होगा। अजित पवार ने इस सीट से पहले पांच बार विधायक के रूप में जीत हासिल की है, लेकिन हर बार उन्हें अपने चाचा शरद पवार का समर्थन मिला है। हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में भी पवार परिवार के बीच रोमांचक मुकाबला देखने को मिला था, जब अजित पवार की पत्नी सुनेत्रा पवार और उनकी ननद सुप्रिया सुले के बीच टक्कर हुई थी। शरद पवार के संभावित रिटायरमेंट और बारामती में आगामी चुनाव के बीच, राजनीतिक हलचलें तेज हो गई हैं। पवार का प्रभावशाली राजनीतिक करियर और परिवार की आंतरिक प्रतियोगिता इस चुनाव को और भी दिलचस्प बनाती है।