
मुंबई। बांद्रा स्थित ठाकरे परिवार के आवास मातोश्री के बाहर शनिवार को एक अज्ञात ड्रोन उड़ता हुआ देखा गया। जैसे ही इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, इलाके में हड़कंप मच गया। मातोश्री हाई सिक्योरिटी जोन में आता है, इसलिए सुरक्षा एजेंसियों और ठाकरे गुट में चिंता बढ़ गई। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, ड्रोन मातोश्री और एमएमआरडीए कार्यालय के बीच की सड़क पर कुछ देर तक उड़ता रहा। मातोश्री की सुरक्षा में तैनात कर्मियों ने इसे रिकॉर्ड किया और संबंधित अधिकारियों को सूचित किया। ठाकरे गुट ने आरोप लगाया कि ड्रोन के जरिए उद्धव ठाकरे से मिलने वाले लोगों की जासूसी की जा रही थी। शिवसेना (उद्धव ठाकरे) नेता अंबादास दानवे ने कहा कि मातोश्री हाई सिक्योरिटी जोन में आने वाला परिसर है और ऐसे ड्रोन का उड़ना सुरक्षा के लिहाज से गंभीर मामला है। मुंबई पुलिस ने स्थिति स्पष्ट करते हुए बताया कि बीकेसी और खेरवाड़ी क्षेत्र में एमएमआरडीए द्वारा अनुमति प्राप्त ड्रोन सर्वेक्षण चल रहा था, और यह ड्रोन उसी सर्वेक्षण का हिस्सा हो सकता है। पुलिस ने किसी निजी निगरानी या जासूसी से जोड़ने का कोई आधार नहीं बताया। हालांकि, ठाकरे गुट इस स्पष्टीकरण से संतुष्ट नहीं है। उनका कहना है कि मातोश्री और उसके आसपास ऐसे उपकरणों की उड़ान पूरी तरह से प्रतिबंधित होनी चाहिए। गौरतलब है कि मातोश्री रेड जोन में आता है, जहां बिना विशेष अनुमति के ड्रोन उड़ाना प्रतिबंधित है। इस घटना के बाद सुरक्षा व्यवस्था को और कड़ा कर दिया गया है। स्थानीय पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज की जांच शुरू कर दी है और सुरक्षा एजेंसियां किसी भी संभावित खतरे या जासूसी की संभावना को लेकर सतर्क हैं।




