
मुंबई। उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने निर्देश दिया है कि अन्नासाहेब पाटिल आर्थिक पिछड़ा विकास महामंडल की सभी योजनाओं का लाभ पात्र लाभार्थियों तक पारदर्शी और प्रभावी ढंग से पहुँचे। उन्होंने कहा कि निगम का उद्देश्य आर्थिक रूप से पिछड़े वर्ग के शिक्षित बेरोजगार युवाओं को स्वरोजगार के अवसर उपलब्ध कराना है और इसके लिए व्यक्तिगत ऋण ब्याज वापसी, समूह ऋण ब्याज वापसी और समूह परियोजना ऋण जैसी योजनाएँ चलाई जा रही हैं। गुरुवार को पवार मंत्रालय स्थित अपने कार्यालय के समिति कक्ष में निगम की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। इस अवसर पर निगम के अध्यक्ष नरेंद्र पाटिल, वित्त विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव ओ.पी. गुप्ता, नियोजन विभाग के प्रधान सचिव सौरभ विजय, सहकारिता विभाग के प्रधान सचिव प्रवीण दराडे, सहकारिता आयुक्त दीपक टावरे सहित वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। उपमुख्यमंत्री ने प्रशासन को निर्देश दिया कि योजनाओं की जानकारी ज़रूरतमंदों तक पहुँचे और अधिक से अधिक योग्य युवाओं को इसका लाभ मिले, इसके लिए प्रचार-प्रसार बढ़ाया जाए। उन्होंने लाभार्थियों के चयन और वित्तीय सहायता वितरण में पारदर्शिता पर विशेष बल देते हुए कहा कि इन योजनाओं से युवाओं को व्यवसाय और उद्यमिता के लिए प्रोत्साहन मिलेगा, जिससे राज्य में स्वरोजगार बढ़ेगा और आर्थिक प्रगति को गति मिलेगी। बैठक में छत्रपति शाहू महाराज शोध, प्रशिक्षण एवं मानव विकास संस्थान (सारथी) की कार्यप्रणाली की भी समीक्षा की गई। पवार ने छात्रों के कौशल विकास, छात्रवृत्ति, प्रतियोगी परीक्षा प्रशिक्षण, अनुसंधान और विदेशी छात्रवृत्ति जैसी योजनाओं पर विस्तार से चर्चा की और कहा कि विद्यार्थियों की शिक्षा और प्रगति के लिए धन की कोई कमी नहीं होगी।




