
नवी मुंबई। नवी मुंबई के सानपाड़ा इलाके में हुई सनसनीखेज एटीएम कैश लूट और अपहरण की वारदात को पुलिस ने बेंगलुरु से एक अंतरराज्यीय गिरोह के आठ सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया है। यह वारदात 31 मई की सुबह जुईनगर, सानपाड़ा सेक्टर 11 स्थित एसबीआई एटीएम के बाहर हुई, जब एक निजी कंपनी का कर्मचारी मशीन में पैसे भर रहा था। उसी दौरान खुद को पुलिसकर्मी बताकर छह नकाबपोश लोगों ने पीड़ित को जबरन एक ग्रे मारुति अर्टिगा में बैठाया, बंदूक की नोक पर उससे मारपीट की और 31.73 लाख रूपए की नकदी लूट कर पाम बीच रोड पर फेंक कर फरार हो गए। मामले की गंभीरता को देखते हुए सानपाड़ा पुलिस ने तुरंत प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू की।
तकनीकी निगरानी के जरिए पुलिस को जल्द ही पता चला कि अपराध में प्रयुक्त वाहन सायन-पनवेल हाईवे पुल के पास से किराए पर लिया गया था। आरोपी खुद को केरल साइबर पुलिस का अधिकारी बताकर कार किराए पर लेते और वारदात के बाद लौटाते थे। वाहन के जरिए पुलिस आरोपियों के ठिकानों तक पहुंची और फिर 2 जून की सुबह बेंगलुरु के उप्परपेट पुलिस स्टेशन की सीमा में सभी आठ आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान थंसीर हम्सा (26), निजास मोइन (27), जॉनसन सनी (45), अनवर महीन बाशा (25), फसिल कासिम (30), मोहम्मद साबित अवराफ (25), फसिल कासिम (28) और फसिल अब्दुल रहमान (31) के रूप में हुई है, जो मूलतः केरल और तमिलनाडु के रहने वाले हैं। आरोपी बेकरी, वेल्डिंग और आयुर्वेदिक उत्पादों की बिक्री जैसे कार्यों में लगे होने का दावा करते हैं। पुलिस ने इनके कब्जे से 30.48 लाख रूपए नकद, मोबाइल फोन, अपराध में प्रयुक्त वाहन और बैंक खातों में जमा धन जब्त किया है। इन सभी को 7 जून तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है और अब यह जांच की जा रही है कि गिरोह अन्य राज्यों में भी इसी तरह की वारदातों में संलिप्त रहा है या नहीं। यह पूरा ऑपरेशन डीसीपी जोन 1 वाशी और एसीपी मयूर भुजबल के मार्गदर्शन में, सीनियर पीआई देवीदास कथाले के नेतृत्व में सानपाड़ा पुलिस स्टेशन और जोन 1 की टीम ने मिलकर अंजाम दिया। पुलिस की त्वरित और तकनीकी दक्षता से इस कार्रवाई को नवी मुंबई में अपराध नियंत्रण की दिशा में एक अहम सफलता माना जा रहा है।