
मुंबई। मुंबई के भुलेश्वर इलाके में शनिवार शाम एक सनसनीखेज वारदात में चार लोगों ने खुद को पुलिस अधिकारी बताकर एक व्यक्ति का अपहरण कर लिया और उससे 50 लाख रुपये नकद से भरा बैग लूट लिया। घटना के बाद आरोपी पीड़ित को चाकू दिखाकर धमकाते हुए नवी मुंबई के खारघर इलाके में सड़क किनारे छोड़कर फरार हो गए। पुलिस को चुनौती देते इस मामले में एलटी मार्ग पुलिस स्टेशन ने त्वरित कार्रवाई करते हुए महज छह घंटे के भीतर पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार आरोपियों में अजय बालकृष्ण लोखंडे (32), रेवानसिद्ध राजाराम जावड़े (27), सागर दामोदर जाधव (29) और विकास अंकुश देहले (38) ये सभी सांगली जिले के निवासी हैं, जबकि पांचवां आरोपी दिलीप काशीनाथ ढेकले (43) ठाणे का रहने वाला है। पुलिस ने इनके कब्जे से भागने में इस्तेमाल की गई गाड़ी, 39 लाख रुपये नकद और अपराध में उपयोग किए गए हथियार बरामद किए हैं। घटना शाम करीब 7 बजे हुई, जब शिकायतकर्ता पोपलवाड़ी इलाके से गुजर रहा था। चारों आरोपियों ने उसे रोका और खुद को पुलिस अधिकारी बताया। उन्होंने जबरदस्ती उसे एक गाड़ी में बैठाया, चाकू दिखाकर जान से मारने की धमकी दी और 50 लाख रुपये से भरा बैग छीन लिया। मोबाइल से सिम कार्ड निकालने के बाद उसे चेतावनी दी गई कि अगर वह मुंबई लौटा तो उसे फर्जी एनकाउंटर में मार दिया जाएगा। शिकायत दर्ज होने के बाद मुंबई पुलिस की तकनीकी जांच में पता चला कि दो आरोपी पुणे में हैं। पुणे पुलिस की मदद से खेड़ शिवपुर से उन्हें पकड़ा गया। पूछताछ में बाकी तीन आरोपियों की जानकारी मिली, जिन्हें पुणे-सतारा हाईवे और ठाणे के शांतिनगर इलाके से गिरफ्तार किया गया। आरोपियों को अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें 26 जून तक पुलिस हिरासत में भेजा गया है। पुलिस पूछताछ में अब यह जानने की कोशिश कर रही है कि क्या यह गैंग इससे पहले भी ऐसे अपराधों में लिप्त रहा है और क्या लूट की रकम का कोई और हिस्सा अब भी बरामद किया जाना बाकी है।