मुंबई। सत्र न्यायालय ने अंडरवर्ल्ड सरगना दाऊद इब्राहिम के करीबी सहयोगी रियाज भाटी और गैंगस्टर छोटा शकील के साले सलीम कुरैशी उर्फ सलीम फ्रूट को वर्सोवा पुलिस स्टेशन में दर्ज जबरन वसूली के एक मामले में जमानत दे दी है, जिसकी जांच 2022 में मुंबई क्राइम ब्रांच द्वारा की जा रही थी। भाटी और कुरैशी के खिलाफ मामला सोने और खानपान के व्यवसाय से जुड़े शिकायतकर्ता द्वारा दर्ज कराया गया था। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया था कि वह अपने व्यवसाय के विस्तार के लिए भाटी से दोस्ती करने की कोशिश कर रहा था और इसी सिलसिले में 19 फरवरी, 2021 को एक होटल में आयोजित भाटी की जन्मदिन की पार्टी में शामिल हुआ था।
शिकायतकर्ता के आरोप
शिकायतकर्ता के अनुसार, उस पार्टी में भाटी ने उसे कुरैशी से मिलवाया और कहा कि वह छोटा शकील का साला है। शिकायतकर्ता ने दावा किया कि भाटी ने यह परिचय उसे डराने के लिए दिया था। इसके बाद भाटी ने शिकायतकर्ता को बताया कि कुरैशी को भी ताश खेलने का शौक है। फिर वे सभी ताश खेलने के लिए एक स्थान पर गए। शिकायतकर्ता का कहना है कि वह ताश के खेल में जीत गया, लेकिन जब उसने जीती हुई रकम मांगी, तो कुरैशी ने कहा कि अगली बार इसे एडजस्ट कर दिया जाएगा। कुछ दिनों बाद उन्होंने फिर से ताश खेला और वह फिर से जीत गया। जब शिकायतकर्ता ने कुरैशी से बकाया राशि मांगी, तो उसने उसे धमकाया और इस बार जीती गई राशि की मांग की। शिकायतकर्ता ने दावा किया कि कुरैशी ने 62 लाख रुपये की जबरन वसूली की, जिसके बाद उसने 7.50 लाख रुपये अपने खाते में ट्रांसफर कर दिए।
अदालत की टिप्पणी
अदालत ने इन आरोपों को हास्यास्पद और बेतुका बताते हुए कहा कि अगर शिकायतकर्ता वास्तव में कुरैशी से डरता, तो वह बार-बार उसके साथ ताश खेलने के लिए क्यों जाता? न्यायालय ने कहा, “ये तथ्य शिकायतकर्ता के आरोपों को संदेह के घेरे में लाते हैं, क्योंकि उसे कोई मजबूर नहीं कर रहा था। अदालत ने कहा कि शिकायतकर्ता के आरोपों में लगातार विरोधाभास हैं और उन्हें स्वीकार करना मुश्किल है। इसके साथ ही अदालत ने रियाज भाटी और सलीम फ्रूट को जमानत पर रिहा कर दिया।