
मीरा-भाईंदर। भाईंदर (पश्चिम) के माहेश्वरी भवन रोड के निवासियों, विशेष रूप से महिलाओं, ने सोमवार को लापरवाही से चलाए जा रहे डंपरों के खिलाफ सड़कों पर प्रदर्शन किया। तेज़ गति से चलने वाले ये डंपर न केवल जानलेवा साबित हो रहे हैं, बल्कि वायु प्रदूषण के कारण सांस संबंधी बीमारियों का कारण भी बन रहे हैं। इस स्वतःस्फूर्त विरोध में लोगों ने निर्माण स्थलों की ओर जाने वाले दर्जनों डंपरों को रोक दिया। सामाजिक कार्यकर्ता विक्रम मुथालिया ने बताया, दिन हो या रात, रेत और अन्य निर्माण सामग्री से लदे सैकड़ों डंपर इस सड़क पर तेज़ रफ्तार से चलते हैं, जिससे लोगों को परेशानी और खतरा होता है। एक अन्य स्थानीय निवासी प्रिया सरावगी ने कहा, इन डंपरों की वजह से सड़क और आसपास की इमारतें धूल के गुबार में ढक जाती हैं, जिससे स्वास्थ्य समस्याएं हो रही हैं। साथ ही, हर बार डंपर के गुजरने पर हमारी इमारतों में कंपन होता है, जिससे संरचनात्मक क्षति का भी खतरा है।
महिलाओं की सुरक्षा को लेकर चिंता
स्थानीय महिलाओं ने बताया कि डंपरों की लापरवाही से उन्हें हर समय अपने बच्चों की सुरक्षा को लेकर चिंता रहती है। वे अपने बच्चों को स्कूल छोड़ने या अन्य घरेलू काम के लिए बाहर निकलते समय भी असुरक्षित महसूस करती हैं।
निवासियों की मांग: प्रदर्शनकारियों ने अधिकारियों से इस मुद्दे पर तुरंत कदम उठाने और सड़क पर डंपरों की तेज़ रफ्तार पर रोक लगाने की मांग की। उनका कहना है कि डंपरों के संचालन को नियंत्रित करने और धूल प्रदूषण को कम करने के लिए सख्त नियम बनाए जाएं। यह विरोध क्षेत्र में बढ़ती असुरक्षा और खराब पर्यावरणीय स्थिति की ओर ध्यान आकर्षित करने की एक महत्वपूर्ण पहल है। प्रशासन की ओर से इस समस्या के समाधान के लिए शीघ्र कदम उठाने की उम्मीद है।