
मुंबई। पुणे जिले के राजगुरुनगर तालुका में किसानों से कथित भूमि धोखाधड़ी के मामले पर मंत्रालय में आज राजस्व मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले की अध्यक्षता में एक अहम बैठक आयोजित की गई। धोखाधड़ी के इस गंभीर प्रकरण को देखते हुए मंत्री ने कहा कि वे इस संबंध में मुख्यमंत्री से विशेष जांच दल (एसआईटी) नियुक्त करने पर चर्चा करेंगे। बैठक में सामाजिक कार्यकर्ता अंजली दमानिया, शिकायतकर्ता चेतन चिखले, प्रभावित किसान और अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित थे, जबकि पुणे जिलाधिकारी जितेंद्र डूडी और अन्य अधिकारी ऑनलाइन माध्यम से शामिल हुए। यह बैठक चेतन चिखले द्वारा पोपट मारुति घनवट और उनके सहयोगियों के खिलाफ दर्ज शिकायत के आधार पर बुलाई गई थी। शिकायत में आरोप है कि पोपट घनवट ने राजगुरुनगर तालुका के किसानों को धोखा देकर उनकी ज़मीनें खरीदीं और फिर उन्हीं किसानों के खिलाफ पुलिस में शिकायतें दर्ज कराईं। जांच में सामने आया कि घनवट और उनके परिवार के नाम पर पाईट गांव सहित कई स्थानों पर ज़मीन दर्ज है। जिलाधिकारी डूडी ने घनवट की कुछ संपत्तियों की प्रारंभिक जानकारी बैठक में प्रस्तुत की। मंत्री बावनकुले ने स्पष्ट किया कि यह ज़रूरी है कि यह पता लगाया जाए कि राज्यभर में घनवट के नाम पर कितनी ज़मीनें हैं, उनकी प्रकृति क्या है (आवासीय, कृषि, औद्योगिक) और उनसे जुड़े आर्थिक लेनदेन कैसे हुए। उन्होंने विभाग को विस्तृत जांच प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए हैं और कहा कि वे मुख्यमंत्री से इस मुद्दे पर चर्चा करेंगे ताकि एसआईटी का गठन कर पारदर्शी और निष्पक्ष जांच सुनिश्चित की जा सके।