
मुंबई। बेस्ट क्रेडिट सोसाइटी चुनावों में महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) को मिली करारी हार के एक दिन बाद पार्टी प्रमुख राज ठाकरे ने गुरुवार को मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से उनके आधिकारिक आवास ‘वर्षा’ पर मुलाकात की, जिससे राज्य भर में राजनीतिक अटकलें तेज हो गईं। हालांकि ठाकरे ने स्पष्ट किया कि यह मुलाकात राजनीतिक नहीं थी बल्कि नगर नियोजन और यातायात की अव्यवस्था से जुड़े मुद्दों पर केंद्रित थी। उन्होंने हाल ही में हुई 400 मिमी बारिश के बाद मुंबई में उत्पन्न यातायात जाम पर चिंता जताई और कहा कि संकरी सड़कों, बेतरतीब पार्किंग और अनुशासनहीन यातायात ने शहर को पंगु बना दिया है। ठाकरे ने मुख्यमंत्री, पुलिस आयुक्त और यातायात के संयुक्त पुलिस आयुक्त को सुझाव दिए जिनमें सार्वजनिक मैदानों के नीचे भूमिगत पार्किंग विकसित करना, रंगीन फुटपाथों से पार्किंग व नो-पार्किंग ज़ोन को स्पष्ट करना और नशे में गाड़ी चलाने जैसे कड़े कानून की तर्ज़ पर पार्किंग व ट्रैफ़िक नियमों के सख़्त प्रवर्तन शामिल थे। उन्होंने कहा कि राज्य के बाहर से आने वाले टैक्सी, रिक्शा और कैब चालकों की बेतरतीब पार्किंग भी भीड़भाड़ का बड़ा कारण है। ठाकरे ने यह भी रेखांकित किया कि पुनर्विकास के चलते मुंबई, ठाणे, नागपुर और संभाजी नगर में जनसंख्या घनत्व बढ़ गया है जिससे सड़कों व बुनियादी ढांचे पर भारी दबाव पड़ा है। उन्होंने सरकार और नगर निगमों से अनुशासन लागू करने की मांग करते हुए कहा कि यदि कड़े जुर्माने और कठोर नियम लागू किए जाएं तो यातायात की समस्या काफी हद तक सुलझ सकती है। बैठक के समय को लेकर भले ही राजनीतिक अटकलें लगाई गईं हों, लेकिन ठाकरे ने साफ कहा कि यह चर्चा पूरी तरह नागरिक नियोजन, पार्किंग समाधानों और महाराष्ट्र के शहरों के भविष्य को लेकर थी।