अमरावती। महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) प्रमुख राज ठाकरे शनिवार शाम चुनावी समीक्षा के सिलसिले में अमरावती पहुंचे। इस दौरान आयोजित बैठक में स्थानीय पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं की भारी भीड़ से उन्हें नाराजगी का सामना करना पड़ा। ठाकरे ने स्पष्ट किया कि यह एक बैठक है, न कि सभा, और प्रमुख पदाधिकारियों को छोड़कर बाकी सभी को हॉल से बाहर जाना पड़ा। राज ठाकरे इन दिनों विदर्भ के दौरे पर हैं, जहां वह आगामी चुनावों की स्थिति का जायजा ले रहे हैं। शाम 7 बजे के करीब, वे नागपुर से होटल ग्रैंड महफील पहुंचे और 20 मिनट तक बैठक की। इसके बाद वे वाशिम के अगले दौरे के लिए रवाना हो गए। इस दौरान उन्होंने अमरावती जिले के सभी आठ विधानसभा क्षेत्रों के प्रमुख पदाधिकारियों से मुलाकात की और स्थिति की समीक्षा की।
बैठक में जब कार्यकर्ताओं की भीड़ बढ़ने लगी, तो राज ठाकरे नाराज हो गए। उन्होंने बैठक को सही ढंग से संचालित करने के लिए केवल प्रमुख पदाधिकारियों को उपस्थित रहने का निर्देश दिया। बैठक के दौरान ठाकरे ने यह भी स्पष्ट किया कि वह अगले 36 दिनों में फिर से आएंगे और विधानसभा चुनाव के दौरान भी बैठक करेंगे। बैठक के अंत में, राज ठाकरे ने माइक उठाकर कहा कि यह सभा नहीं, बल्कि एक बैठक है, जिसमें वे पार्टी के आंतरिक मामलों पर चर्चा करना चाहते हैं। एक कार्यकर्ता द्वारा किसानों के मुद्दे पर चुनाव लड़ने का सुझाव दिए जाने पर भी ठाकरे ने नाराजगी जताई और कहा कि पार्टी को पहले यह तय करना चाहिए कि उनका मुद्दा क्या है और वे क्या चाहते हैं।