
मुंबई। कांग्रेस विधायक दल के नेता विजय वडेट्टीवार ने मंगलवार को राज्य सरकार पर तीखा हमला करते हुए उसे किसानों के प्रति असंवेदनशील, नैतिक रूप से दिवालिया और भ्रष्टाचार में लिप्त करार दिया। उन्होंने कहा कि सरकार के मंत्री सदन में ‘रमी’ खेलते हैं, किसानों के विरुद्ध बयानबाज़ी करते हैं और सरकार उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करती। उपमुख्यमंत्री अजीत पवार की पार्टी के कृषि मंत्री धनंजय मुंडे के विवादास्पद बयानों का उल्लेख करते हुए वडेट्टीवार ने तंज कसा—”अब तो मंत्रियों पर गोमूत्र छिड़ककर उन्हें शुद्ध कर लेना चाहिए। उन्होंने गृह राज्य मंत्री योगेश कदम और विधायक संजय शिरसाट पर भी निशाना साधा। वडेट्टीवार ने आरोप लगाया कि “गृह राज्य मंत्री डांस बार चलाते हैं और एक मंत्री के पास पैसों से भरा बैग मिला है। इसके बावजूद सरकार आंख मूंदे बैठी है।” उन्होंने आगे कहा कि बहनों को बार में बुलाकर नचाने जैसी घिनौनी घटनाएँ महाराष्ट्र की राजनीति में कभी नहीं देखी गईं। वडेट्टीवार ने किसानों की समस्याओं को लेकर भी सरकार पर सीधा प्रहार किया। उन्होंने कहा कि किसानों पर 35,000 करोड़ रुपए का कर्ज है, वे आत्महत्या कर रहे हैं, और अब तो ठेकेदार भी आत्महत्या कर रहे हैं, लेकिन सरकार की प्राथमिकता ‘शक्तिपीठ हाईवे’ जैसे इवेंट्स पर पैसा खर्च करना है, न कि किसानों की कर्जमाफी। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि नागपुर में गढ़चिरौली के अधिकारी मंत्रियों के पास घंटों फाइल लेकर बैठे रहते हैं, मानो वे मुख्यमंत्री हों। उन्होंने सरकार के रवैये को संवेदनहीन बताते हुए कहा, यह सरकार न तो किसानों की है, न ही आम जनता की। यह केवल फोटो खिंचवाने, इवेंट करने और सत्ता का दुरुपयोग करने वाली सरकार है। वडेट्टीवार के इस आक्रामक भाषण ने विधानसभा में तीखी बहस को जन्म दिया और राज्य की राजनीति में नैतिकता और जिम्मेदारी को लेकर एक बार फिर बहस छेड़ दी।