
मुंबई। ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के नेता वारिस पठान को शुक्रवार, 11 अप्रैल को बायकुला स्थित हिंदुस्तानी मस्जिद के बाहर वक्फ संशोधन विधेयक 2025 के खिलाफ़ हुए विरोध प्रदर्शन के बाद मुंबई पुलिस ने हिरासत में ले लिया।
विरोध प्रदर्शन के दौरान बवाल
शुक्रवार की नमाज़ के बाद, मस्जिद के बाहर बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा हुए और विधेयक के खिलाफ नारेबाजी और तख्तियों के माध्यम से विरोध जताया। घटनास्थल से मिले वीडियो फुटेज में पठान को काली पट्टी बांधे देखा गया और वे मीडिया से बात करते हुए नजर आए, जिसके कुछ ही देर बाद पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया। पुलिस ने मौके पर कई AIMIM कार्यकर्ताओं को भी हिरासत में लिया। बताया जा रहा है कि प्रदर्शन शांतिपूर्ण था, लेकिन भीड़ और नारों के कारण माहौल तनावपूर्ण हो गया, जिससे पुलिस को तुरंत हस्तक्षेप करना पड़ा। पठान ने वक्फ संशोधन विधेयक को “असंवैधानिक” और “काला कानून” करार देते हुए कहा कि यह भारतीय संविधान के अनुच्छेद 14, 25 और 26 का उल्लंघन करता है, जो समानता और धार्मिक स्वतंत्रता की गारंटी देते हैं। उन्होंने केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा, मोदी सरकार को यह बिल वापस लेना चाहिए। इस देश के करोड़ों मुसलमान इस कानून का विरोध कर रहे हैं। यदि सरकार ने हमारी बात नहीं सुनी, तो हम शांतिपूर्ण और संवैधानिक रूप से विरोध करते रहेंगे। पठान ने विपक्ष के नेताओं जैसे चंद्रबाबू नायडू, नीतीश कुमार, चिराग पासवान और जयंत चौधरी से अपील की कि वे इस विधेयक का समर्थन न करें, अन्यथा मुस्लिम समुदाय उन्हें कभी माफ नहीं करेगा।