
पालघर। पालघर जिले के नायगांव में मानव तस्करी के खिलाफ एक महत्वपूर्ण कार्रवाई में मीरा-भायंदर-वसई-विरार पुलिस के मानव तस्करी विरोधी प्रकोष्ठ ने एक आवासीय फ्लैट से संचालित वेश्यावृत्ति रैकेट का पर्दाफाश किया है। गुप्त सूचना के आधार पर 26 जुलाई को की गई इस छापेमारी में तीन बांग्लादेशी नागरिकों—मोहम्मद खालिद बापारी, जुबेर हारुन शेख और शमीन गफ्फार सरदार को गिरफ्तार किया गया, जबकि एक नाबालिग लड़की सहित दो पीड़ित महिलाओं को बचाया गया। एसीपी (क्राइम) मदन बल्लाल ने बताया कि फ्लैट में एक नाबालिग लड़की को जबरन देह व्यापार में धकेला जा रहा था, वहीं एक 21 वर्षीय महिला को भी उसी परिसर से छुड़ाया गया। दोनों पीड़ितों को पुनर्वास के लिए रेस्क्यू फाउंडेशन द्वारा संचालित एक आश्रय गृह में भेजा गया है। आरोपियों के विरुद्ध भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 96 (बच्चे की खरीद-फरोख्त), 98 (वेश्यावृत्ति के लिए बच्चे को बेचना), 143(3) और 143(4) (तस्करी), और 144 (तस्करी किए गए व्यक्ति का शोषण) सहित विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। साथ ही पॉक्सो अधिनियम और अनैतिक व्यापार (रोकथाम) अधिनियम की धाराएँ भी लगाई गई हैं। प्रारंभिक जाँच में यह संकेत मिला है कि आरोपी एक संगठित गिरोह का हिस्सा हैं जो महिलाओं और नाबालिग लड़कियों की तस्करी कर उन्हें देह व्यापार में धकेलते हैं। पुलिस ने कहा कि रैकेट में शामिल अन्य व्यक्तियों और स्थानों का पता लगाने के लिए विस्तृत जाँच जारी है।