
मुंबई। महाराष्ट्र में लोकनाट्य और तमाशा कलाकारों से जुड़ा एक अहम फैसला जल्द लिया जाएगा। प्रभादेवी स्थित पी.एल.देशपांडे महाराष्ट्र कला अकादमी में संस्कृति मंत्री एडवोकेट आशीष शेलार की अध्यक्षता में हुई बैठक में यह स्पष्ट किया गया कि संगीतबारी कला केंद्र के लिए “लोकनाट्य/तमाशा” नाम का इस्तेमाल न किया जाए। इसके लिए तमाशा कलाकार संघ का प्रस्ताव पहले से गठित कमेटी को भेजा जाएगा। मंत्री शेलार ने निर्देश दिया कि कमेटी अगले 15 दिनों में कला केंद्र और तमाशा के नाम में बदलाव के सुझावों पर निर्णय लेकर रिपोर्ट पेश करे। बैठक में संस्कृति विभाग के निदेशक विभिषण चावरे, गृह विभाग के उप सचिव ए.एन.साखर्कर, अवर सचिव बालासाहेब सावंत, ऑल इंडिया लोक कलाकार मराठी तमाशा परिषद के अध्यक्ष संभाजीराजे जाधव, सलाहकार खंदुराज गायकवाड़, अविष्कार मुले, किरण कुमार धावलपुरिकर, रघुवीर खेडकर, शेषराव गोपाल, आनंद भिसे और सुनील वाडेकर उपस्थित रहे। संस्कृति मंत्री शेलार ने बताया कि तमाशा और कला केंद्र कलाकारों की शिकायतों के समाधान के लिए दो अलग-अलग कमेटियां पहले ही बनाई गई हैं। इनमें से एक कमेटी कला संस्थानों के अधिकार क्षेत्र बढ़ाने और नाम परिवर्तन से जुड़े उपायों पर काम करेगी। साथ ही, कलाकारों को गांवों में प्रदर्शन के लिए जिन परमिटों की आवश्यकता होती है, उनके सरलीकरण पर भी सुझाव देगी। मंत्री शेलार ने साफ किया कि कमेटी को अगले 15 दिनों में अपनी रिपोर्ट सौंपनी होगी ताकि कलाकारों को जल्द राहत दी जा सके।