
जयपुर। राजस्थान में पहली बार मनाया गया प्रवासी राजस्थानी दिवस एक ऐतिहासिक और भव्य आयोजन बनकर उभरा, जिसमें मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की नेतृत्वपूर्ण उपस्थिति ने कार्यक्रम को विकास, नवाचार और वैश्विक जुड़ाव के नए युग में प्रवेश करा दिया। जेईसीसी में आयोजित इस आयोजन में ऊर्जा, शिक्षा, पर्यटन, उद्योग, खनन और जल जैसे प्रमुख क्षेत्रों पर राज्य सरकार की भविष्य दृष्टि प्रस्तुत की गई। मुख्यमंत्री ने Rajasthan Tourism Policy 2025 और ‘राजस्थान शिक्षा के कर्णधार’ स्मारिका 2025 का भव्य विमोचन करते हुए कहा कि “नया राजस्थान, नए अवसरों का राजस्थान है। केंद्रीय मंत्रियों की उपस्थिति ने आयोजन को और भी ऐतिहासिक बना दिया। केंद्रीय ऊर्जा मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि ग्रीन एनर्जी का असली सूर्योदय राजस्थान से होगा। वहीं, केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने प्रवासी राजस्थानियों से अपने गांव और प्रदेश के विकास में योगदान देने का आह्वान करते हुए कहा कि “राजस्थान को देश में नंबर एक बनने से कोई नहीं रोक सकता। गजेन्द्र सिंह शेखावत ने UNESCO द्वारा दिवाली को वर्ल्ड हेरिटेज घोषित किए जाने को भारत की बढ़ती वैश्विक पहचान का प्रतीक बताया, जबकि केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने शिक्षा में चरित्र निर्माण और खेल को समान महत्व देने की आवश्यकता पर जोर दिया। उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी ने प्रवासी राजस्थानियों को “राजस्थान की संस्कृति के वैश्विक दूत” बताते हुए उनका सम्मान किया। उपमुख्यमंत्री प्रेमचंद बैरवा ने उच्च एवं तकनीकी शिक्षा में नवाचार को राज्य की प्रगति की कुंजी बताया। इस अवसर पर पंजाब के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया और राजस्थान के राज्यपाल हरिभाऊ बागडे ने राजस्थान की असीम संभावनाओं और प्रवासी समुदाय की महत्वपूर्ण भूमिका की सराहना की। कार्यक्रम में मंत्रिमंडल के वरिष्ठ सदस्यों ने भी नई ऊर्जा भरी। कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ ने निवेश प्रक्रिया को सरल बनाने वाले सिंगल विंडो सिस्टम और ‘राज निवेश’ की उपलब्धियों को रेखांकित करते हुए कहा कि “राजस्थान अब एशियाई देशों से भी प्रतिस्पर्धा कर रहा है।” मंत्री जोगाराम पटेल ने सरकार के दो वर्षों में आए बदलावों को “बेमिसाल” बताते हुए कहा कि प्रवासी राजस्थानी प्रदेश की प्रगति के मुख्य भागीदार हैं। मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने मारवाड़ी समुदाय की वैश्विक व्यापार क्षमता की सराहना करते हुए कहा, “जहां न पहुंचे गाड़ी, वहां पहुंचे मारवाड़ी।” गोपालन मंत्री जोराराम कुमावत ने गाय आधारित उद्योगों और स्टार्टअप्स में अपार संभावनाओं की बात कही। पूरे आयोजन ने यह संदेश दिया कि प्रवासी राजस्थान सिर्फ भावनात्मक जुड़ाव का प्रतीक नहीं हैं, बल्कि राजस्थान की अर्थव्यवस्था, संस्कृति, पर्यटन और नवाचार क्षमता के मजबूत स्तंभ हैं। कैबिनेट मंत्रियों, राज्यमंत्रियों और वरिष्ठ नेताओं की व्यापक उपस्थिति ने इस आयोजन को वह पहचान दी, जिसे मीडिया ने भजनलाल सरकार के विकास मॉडल का सबसे उज्ज्वल प्रदर्शन करार दिया।




