
पटना। बिहार विधानसभा चुनाव के बीच राजनीतिक घमासान तेज हो गया है और नेताओं के बीच तीखी बयानबाजी शुरू हो चुकी है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को खगड़िया और मुंगेर में चुनावी रैलियों को संबोधित करते हुए इंडिया गठबंधन, कांग्रेस और राजद पर तीखे हमले किए। अमित शाह ने कहा कि यह चुनाव तय करेगा कि बिहार में जंगलराज लौटेगा या फिर राज्य निरंतर विकास के मार्ग पर आगे बढ़ता रहेगा। उनके अनुसार, नीतीश कुमार के नेतृत्व में पिछले दो दशकों में बिहार ने उल्लेखनीय विकास किया है और कानून व्यवस्था मजबूत हुई है। शाह ने दावा किया कि 20 वर्षों के एनडीए शासन में भ्रष्टाचार का कोई आरोप सिद्ध नहीं हुआ है।
राहुल गांधी और घुसपैठ पर हमला
गृह मंत्री ने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी पर भी जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि राहुल हाल ही में बिहार को घुसपैठियों से बचाने आए थे। उन्होंने सभा में लोगों से पूछा कि मतदाता सूची से घुसपैठियों के नाम हटाए जाने चाहिए या नहीं। उन्होंने वादा किया कि यदि एनडीए फिर सत्ता में आती है तो बिहार से हर घुसपैठिए को हटाया जाएगा।
सुरक्षा और आतंकवाद पर केंद्र की नीति का गुणगान
अमित शाह ने यूपीए सरकार की सुरक्षा नीतियों को कमजोर ठहराते हुए कहा कि वोट बैंक की राजनीति के कारण पाकिस्तान की ओर से हुए हमलों पर यूपीए चुप रहा। उन्होंने कहा कि मोदी के शासन में उरी, पुलवामा और पहलगाम जैसी घटनाओं का करारा जवाब सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक के रूप में दिया गया। शाह के अनुसार, प्रधानमंत्री मोदी ने भारत को सुरक्षित और समृद्ध राष्ट्र बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कार्य किए हैं। शाह ने दावा किया कि पीएम मोदी देश की अर्थव्यवस्था को विश्व में ग्यारहवें स्थान से चौथे स्थान पर ले आए हैं। उनके अनुसार, 2027 से पहले भारत तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा।
लालू राज की याद दिलाई, जंगलराज के खतरे की चेतावनी
गृह मंत्री ने राजद पर निशाना साधते हुए कहा कि लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव की राजनीति केवल परिवारवाद तक सीमित है। उन्होंने तंज करते हुए कहा कि जो अपने बेटे की चिंता करते हैं वे बिहार की भलाई कैसे कर सकते हैं। शाह ने कहा कि लालू राज में नरसंहार और अपराध आम बात थे, जबकि नीतीश सरकार के दौरान एक भी जघन्य नरसंहार नहीं हुआ। उनके अनुसार, नक्सलवाद और अपराध पर एनडीए सरकार ने नकेल कसी है।
एनडीए के लिए समर्थन की अपील
अमित शाह ने जनता से आग्रह किया कि 6 नवंबर को एनडीए प्रत्याशियों के पक्ष में मतदान करके बिहार को फिर से विकसित राज्य के मार्ग पर आगे बढ़ाएं। उन्होंने कहा कि यदि इस चुनाव में लालू-राबड़ी वापस लौटते हैं तो जंगलराज की वापसी तय है। एनडीए की जीत से प्रदेश में निवेश, रोजगार और विकास को नई गति मिलेगी।




