
जालना। जालना जिले में पुलिस द्वारा बालू माफिया के खिलाफ की गई कार्रवाई अब एक राजनीतिक विवाद का कारण बनती नजर आ रही है। इस कार्रवाई के दौरान पुलिस ने बालू तस्करी के मामले में 9 लोगों के खिलाफ तड़ीपारी आदेश जारी किया है, जिनमें से एक आरोपी मनोज जरांगे पाटिल का साला बताया जा रहा है। इसके बाद मनोज जरांगे ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पर गंभीर आरोप लगाते हुए उन्हें चेतावनी दी है।
क्या है पूरा मामला?
जालना में पुलिस ने तड़ीपारी नोटिस जारी किए गए एक आरोपी विलास खेडकर, जो मनोज जरांगे पाटिल का साला है, के खिलाफ पहले से ही बालू चोरी और बालू तस्करी का मामला दर्ज है। इसके अलावा एसटी बस जलाने का भी आरोप उन पर है। इस पर मनोज जरांगे ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की सरकार पर आरोप लगाया है कि वे उनके साथियों को डराकर और उनका दमन करके उन्हें अकेला करने की साजिश रच रहे हैं।
मनोज जरांगे का आरोप और चेतावनी
मनोज जरांगे पाटिल ने रविवार को एक बयान में कहा, अगर आप अंतरवाली में प्रदर्शनकारियों के खिलाफ इस तरह नोटिस भेजकर उनके पीछे पड़ेंगे, तो मैं आपको नहीं छोड़ूंगा। यदि आप मराठों को कम आंकेंगे तो आपको सबक सिखाने में मुझे देर नहीं लगेगी।” उन्होंने यह भी कहा कि मराठा समाज की बातों को फडणवीस ने नहीं माना और अब यह सरकार उनके साथ विश्वासघात कर रही है। जरांगे ने आगे कहा, हमने चुनाव में आपकी मदद की, लेकिन अब आप हमारे खिलाफ पलटने की सोच रहे हैं तो यह आपके लिए घातक होगा। उन्होंने मुख्यमंत्री फडणवीस को चेतावनी दी कि वे अपनी गलती सुधारें और दी गई नोटिसें वापस लें।
मुख्यमंत्री का जवाब
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस विवाद पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि किसी के भाई-बहन या रिश्तेदार होने की वजह से कोई कार्रवाई नहीं की जाती, बल्कि जो अपराध करते हैं, उन्हें कानून के तहत गिरफ्तार किया जाता है। उन्होंने यह भी कहा, “मुझे फिलहाल इस मामले की ज्यादा जानकारी नहीं है, लेकिन जैसे ही पूरी जानकारी मिलती है, मैं आपको बताऊंगा।