
मुंबई। महाराष्ट्र की राजनीति में ‘ऑपरेशन टाइगर’ से नया भूचाल आ गया है। देवेंद्र फडणवीस सरकार में मंत्री और एकनाथ शिंदे की शिवसेना के वरिष्ठ नेता उदय सामंत ने दावा किया है कि उद्धव ठाकरे की शिवसेना (यूबीटी) के कई विधायक और सांसद शिंदे गुट के संपर्क में हैं और जल्द ही एक बड़ी फूट पड़ने वाली है। इस बयान से सियासी हलचल तेज हो गई है। उदय सामंत ने कहा कि उद्धव ठाकरे के कई विधायक, सांसद, पूर्व विधायक और पूर्व सांसद डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे के संपर्क में हैं और ‘ऑपरेशन टाइगर’ अगले तीन महीनों के भीतर सफल होगा। उन्होंने कहा कि एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में हुए विकास कार्यों से लोग खुश हैं और अब उन्हें समझ आ गया है कि उन्हें उद्धव ठाकरे नहीं, बल्कि शिंदे गुट के साथ जाना चाहिए। उन्होंने दावा किया कि अगले 3 महीने में उद्धव ठाकरे गुट के कई नेता शिंदे गुट में शामिल हो जाएंगे।
इस बयान के बाद उद्धव ठाकरे की शिवसेना (यूबीटी) के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने पलटवार करते हुए कहा कि शिंदे गुट चाहे जो भी दावा करे, लेकिन उनके दावों में कोई सच्चाई नहीं है। उन्होंने कहा कि कल ही हमारे पार्लियामेंट कार्यालय का उद्घाटन हुआ, जहां हमारे सभी सांसद मौजूद थे। राउत ने शिंदे गुट पर तंज कसते हुए कहा कि शिंदे गुट को ‘ऑपरेशन टाइगर’ की चिंता करने की बजाय खुद की चिंता करनी चाहिए, क्योंकि बीजेपी उन्हें हर दिन अपमानित कर रही है। देवेंद्र फडणवीस हर रोज़ उनका ‘ऑपरेशन’ कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि शिंदे गुट, बीजेपी के पेट में ‘अपेंडिक्स’ की तरह है, जिसे कभी भी निकालकर फेंका जा सकता है। उदय सामंत के इस बयान के बाद महाराष्ट्र की राजनीति में फिर से उथल-पुथल मच गई है। सवाल यह उठता है कि क्या उद्धव गुट में एक और टूट होने वाली है या यह सिर्फ शिंदे गुट का राजनीतिक दांव है? आने वाले तीन महीनों में महाराष्ट्र की राजनीति में बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है।