
मुंबई। डायरेक्टरेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस (डीआरआई), मुंबई जोनल यूनिट ने अपने जारी अभियान “ऑपरेशन फायर ट्रेल” के तहत एक और बड़ी कार्रवाई करते हुए अवैध चीनी पटाखों की तस्करी को नाकाम किया है। बुधवार को अधिकारियों ने बताया कि न्हावा शेवा पोर्ट पर पकड़े गए प्रतिबंधित पटाखों की अनुमानित कीमत 4.4 करोड़ रुपये से अधिक है। खुफिया जानकारी के आधार पर चीन से आए संदिग्ध 40-फुट कंटेनर को रोका गया, जिसे दस्तावेजों में “कांच की बोतलें” बताया गया था। गहन विश्लेषण के बाद डीआरआई टीम ने पोर्ट पर कंटेनर की जांच की, जिसमें कांच की बोतलों की ऊपरी परत के नीचे छिपाकर रखे गए 29,340 चीनी पटाखे मिले। अधिकारियों के अनुसार यह छिपाने की रणनीति जांच से बचने और इसे वैध माल की तरह दिखाने के उद्देश्य से अपनाई गई थी। विदेश व्यापार नीति के ITC (HS) वर्गीकरण के तहत पटाखों का आयात ‘प्रतिबंधित’ श्रेणी में है। ऐसे में विदेश व्यापार महानिदेशालय (DGFT) तथा विस्फोटक नियमों के अनुसार पेट्रोलियम एवं विस्फोटक सुरक्षा संगठन (PESO) से विशेष लाइसेंस आवश्यक होता है। बिना अनुमति ऐसे खतरनाक सामान का आयात सार्वजनिक सुरक्षा, बुनियादी ढांचे और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा पैदा करता है। डीआरआई अधिकारियों ने कहा कि केवल अक्टूबर 2025 में ही मुंबई में लगभग 16 करोड़ रुपये के अवैध रूप से आयात किए गए पटाखे जब्त किए गए हैं। अधिकारियों के अनुसार यह कार्रवाई तस्करी नेटवर्क को समाप्त करने, अवैध व्यापार गतिविधियों पर अंकुश लगाने और देश की सीमाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के प्रति डीआरआई की सतत प्रतिबद्धता को दर्शाती है।




