
मुंबई। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एसपी) की सांसद सुप्रिया सुले ने लेह-लद्दाख हिंसा मामले को लेकर केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि जब वहां एक साल से अशांति की स्थिति बनी हुई थी और सोनम वांगचुक लगातार अपनी बातें रख रहे थे, तो भारत सरकार का इंटेलिजेंस विभाग क्या कर रहा था? सुले ने कहा कि केंद्र को स्थिति की समीक्षा करनी चाहिए और ऑल-पार्टी मीटिंग बुलाकर चर्चा करनी चाहिए। मीडिया से बातचीत में उन्होंने महाराष्ट्र की बाढ़ पर भी चिंता जताई और राज्य सरकार पर राहत पैकेज को लेकर लापरवाही का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि अब तक राज्य सरकार को केंद्र के पास प्रस्ताव भेज देना चाहिए था, ताकि गृह मंत्रालय की कमेटी उसकी समीक्षा कर सके और सहायता राशि जारी हो सके। सुले ने यह भी सवाल किया कि संजय राउत ने जिन 4,000 करोड़ रुपये की बात कही थी, जो केंद्र ने पहले भेजे थे और अभी तक जनता तक नहीं पहुंचे, उसकी जांच होनी चाहिए। सुले ने किसानों की समस्याओं पर भी जोर देते हुए कहा कि उनका पूरा ऋण माफ किया जाना चाहिए और नए सिरे से ऋण उपलब्ध कराना होगा। उन्होंने कहा कि सरकार के पास पैसा है तो 2,000 करोड़ नहीं बल्कि एक बड़ा पैकेज घोषित करना चाहिए। ऑपरेशन सिंदूर के समय की तरह सभी दलों को मिलकर समाज सेवा के लिए आगे आने की जरूरत है।सांसद ने राज्य सरकार से आग्रह किया कि मुख्यमंत्री तुरंत ऑल-पार्टी मीटिंग बुलाएं और सभी दलों को साथ लेकर काम करें। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी महाराष्ट्र के हित में सरकार को पूरा सहयोग देने के लिए तैयार है। इस दौरान सुले ने शाहरुख खान और रानी मुखर्जी को सम्मान मिलने पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह दोनों देश के प्रतिभाशाली कलाकार हैं, लेकिन देश में प्राकृतिक आपदा, किसानों की बदहाली और आर्थिक संकट जैसे अहम मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करना ज्यादा जरूरी है।