
सोलापुर। महाराष्ट्र में संगठित अपराध के खिलाफ चल रहे अभियान के तहत पुणे पुलिस की अपराध शाखा ने एक बड़ी सफलता हासिल की है। मोका (मकोका) के तहत फरार चल रहे कुख्यात अपराधी शाहरुख उर्फ अट्टी रहीम शेख को रविवार तड़के एक मुठभेड़ में मार गिराया गया। यह कार्रवाई सोलापुर-पुणे महामार्ग पर मोहोल तहसील के लांबोटी गांव के पास हुई। पुलिस सूत्रों के अनुसार, शेख पुणे के हडपसर क्षेत्र का निवासी था और हत्या की कोशिश, फिरौती, अवैध हथियारों की तस्करी और संगठित आपराधिक गतिविधियों में सक्रिय था। वह ‘टिपू पठान गैंग’ का सक्रिय सदस्य था, जिसने पुणे शहर में लंबे समय से दहशत फैला रखी थी। आरोपी के खिलाफ हडपसर, कोंढवा और वानवड़ी थानों में कई गंभीर मामले दर्ज थे। सूचना मिलने पर पुणे पुलिस की विशेष टीम ने शनिवार देर रात लांबोटी गांव में दबिश दी, जहां आरोपी अपने सोलापुर स्थित रिश्तेदारों के घर में छिपा हुआ था। तलाशी अभियान के दौरान जैसे ही पुलिस आरोपी तक पहुंची, उसने अचानक फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस की गोली से शेख गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे तुरंत सोलापुर के सरकारी अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मृत्यु हो गई। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, शेख अत्यंत खतरनाक और हिंसक प्रवृत्ति का था, और गिरफ्तारी से बचने के लिए किसी भी हद तक जा सकता था। पुलिस की सतर्कता और जवाबी कार्रवाई से बड़ी जनहानि टल गई। मकोका के तहत दर्ज मामलों और संगठित अपराधों में उसकी संलिप्तता को देखते हुए यह मुठभेड़ राज्य की कानून व्यवस्था के लिहाज से एक बड़ी कामयाबी मानी जा रही है। इस कार्रवाई से ‘टिपू पठान गैंग’ के नेटवर्क को बड़ा झटका लगा है। पुणे पुलिस अब इस गैंग से जुड़े अन्य अपराधियों की धरपकड़ की दिशा में भी सक्रिय हो गई है। सुरक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि यह मुठभेड़ न केवल एक वांछित अपराधी के खात्मे की घटना है, बल्कि यह कानून व्यवस्था और राज्य की सुरक्षा एजेंसियों के दृढ़ संकल्प का भी प्रमाण है कि कोई भी अपराधी कानून से ऊपर नहीं।