
नई दिल्ली। नीति आयोग ने इंटरनेट एंड मोबाइल एसोसिएशन ऑफ इंडिया (आईएएमएआई) के सहयोग से शुक्रवार को ‘रीथिंकिंग होमस्टेज: नेविगेटिंग पॉलिसी पाथवेज’ रिपोर्ट लॉन्च की, जिसका उद्देश्य भारत के पर्यटन परिदृश्य में होमस्टे और बीएनबी (Bed and Breakfast) क्षेत्र के विकास के लिए एक रणनीतिक रोडमैप तैयार करना है। रिपोर्ट का विमोचन नीति आयोग के उपाध्यक्ष सुमन बेरी द्वारा किया गया, जिसमें पर्यटन मंत्रालय, संस्कृति मंत्रालय और गोवा, केरल, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। इस पहल में आईएएमएआई, आईएसपीपी, मेकमाईट्रिप, एयरबीएनबी, चेस इंडिया और द कन्वर्जेंस फाउंडेशन के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। रिपोर्ट में बताया गया कि होमस्टे न केवल सांस्कृतिक रूप से समृद्ध अनुभव प्रदान कर सकते हैं, बल्कि स्थानीय उद्यमिता और रोजगार सृजन को भी बढ़ावा देते हैं। इसमें पारदर्शी विनियामक ढांचे की आवश्यकता पर जोर दिया गया है, जो पर्यटकों और मकान मालिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करे, विरासत की रक्षा करे और टिकाऊ विकास को प्रोत्साहित करे। रिपोर्ट ने विशेष रूप से ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में सांस्कृतिक प्रामाणिकता को आजीविका सृजन से जोड़ने की अनूठी क्षमता को रेखांकित किया। साथ ही, मेजबानों को सशक्त बनाने, उपभोक्ता विश्वास मजबूत करने और डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म के एकीकरण के लिए लचीली नीतिगत पहल तथा क्षमता निर्माण की आवश्यकता बताई गई। रिपोर्ट में केस स्टडी और सर्वोत्तम प्रथाओं को शामिल कर कार्यान्वयन योग्य सिफारिशें प्रस्तुत की गई हैं, जिससे एक समावेशी, लचीला और विरासत-संवेदी होमस्टे क्षेत्र का निर्माण किया जा सके। बेरी ने कहा कि भारत का विविध भूगोल और सांस्कृतिक परिदृश्य पर्यटन को अद्वितीय अवसर प्रदान करता है और होमस्टे पर्यटकों व मेजबानों के बीच सार्थक संवाद स्थापित कर प्रामाणिक यात्रा अनुभवों को प्रोत्साहित करते हैं।