
कोलकाता। दिल्ली के ऐतिहासिक लाल किले के पास हुए भीषण विस्फोट की जांच हर बीतते दिन के साथ और जटिल होती जा रही है। विस्फोट के बाद पूरे देश में हाई अलर्ट जारी है। अब जांच में एक नया आयाम जुड़ गया है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की छह सदस्यीय टीम कोलकाता के एक सुधार गृह पहुंची, जहां उन्होंने एक कैदी से घंटों पूछताछ की। यह कदम विस्फोट के पीछे की संभावित साजिश को समझने के प्रयास का हिस्सा है। एनआईए सूत्रों के अनुसार, ब्लास्ट मामले में जिन लोगों के नाम सामने आए हैं, उनसे लगातार पूछताछ की जा रही है। इसी क्रम में पश्चिम बंगाल के एक व्यक्ति का नाम भी जांच के दायरे में आया है, जो वर्तमान में राज्य की एक जेल में ड्रग सप्लाई गिरोह से जुड़े मामले में बंद है। उसकी गतिविधियों और संचार नेटवर्क की जांच के बाद जांचकर्ताओं को संदेह हुआ कि उसका दिल्ली विस्फोट की योजना से प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष संबंध हो सकता है। जांच टीम ने उस कैदी के परिवार से भी मुलाकात की और उनके बयान दर्ज किए। जांचकर्ताओं ने यह पता लगाया कि वह कब से जेल में बंद है, जेल में आने से पहले किन-किन लोगों के संपर्क में था और उसकी आवाजाही किन-किन स्थानों तक थी। इसके आधार पर अधिकारियों को कुछ महत्वपूर्ण जानकारियां मिलीं। सुधार गृह के सूत्रों के मुताबिक, एनआईए के अधिकारियों ने कैदी से कई घंटों तक पूछताछ की। पूछताछ का मुख्य उद्देश्य यह जानना था कि क्या वह किसी बड़े आपराधिक गिरोह या किसी अंतर-राज्यीय तोड़फोड़ मॉड्यूल से जुड़ा हुआ है। यह भी जांचा जा रहा है कि क्या उसका ड्रग नेटवर्क किसी उग्रवादी संगठन या आपराधिक समूह से किसी तरह से जुड़ा था। जांच एजेंसी के एक अधिकारी ने बताया कि देश भर में सक्रिय कुछ गिरोह मादक पदार्थों की तस्करी, फर्जी दस्तावेज़ तैयार करना, हथियारों की अवैध आपूर्ति जैसे आपराधिक कामों की आड़ में बड़े पैमाने पर तोड़फोड़ की योजनाएँ भी तैयार करते हैं। दिल्ली में लाल किले के पास हुआ विस्फोट भी ऐसी ही किसी बड़ी साजिश का हिस्सा हो सकता है। इसी वजह से कैदी के मोबाइल रिकॉर्ड, संचार नेटवर्क और वित्तीय लेन-देन की भी गहन जांच की जा रही है। एनआईए सूत्रों का कहना है कि पूछताछ में कुछ अहम सूचनाएँ मिली हैं, जो इस जांच को नई दिशा दे सकती हैं। संभावना है कि आने वाले दिनों में इस कैदी से दोबारा पूछताछ की जाएगी। उधर, लाल किले के सामने हुए विस्फोट के मामले में एनआईए ने रविवार को एक और व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। एजेंसी ने बताया कि आत्मघाती हमलावर डॉ. उमर नबी का सहयोगी आमिर राशिद अली को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया है। विस्फोट में इस्तेमाल की गई कार भी उसके नाम पर पंजीकृत थी। जांच एजेंसी का मानना है कि वह विस्फोट की साजिश में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। लाल किले जैसे देश के अत्यंत संवेदनशील और ऐतिहासिक स्थल पर हुए धमाके ने सुरक्षा एजेंसियों को सतर्क कर दिया है। इस घटना से पैदा हुई दहशत के बीच एनआईए अब जांच को पूरी गंभीरता से आगे बढ़ा रही है और कोलकाता सुधार गृह में हुई कार्रवाई को जांच का अहम हिस्सा माना जा रहा है।




