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नई दिल्ली। केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने नीट-यूजी पेपर लीक मामले की जांच को तेज कर दिया है। गुरुवार को सीबीआई ने इस मामले में अपनी पहली गिरफ्तारी करते हुए बिहार की राजधानी पटना से दो लोगों को गिरफ्तार किया है। सीबीआई ने मनीष प्रकाश और आशुतोष नामक दो आरोपियों को पटना से गिरफ्तार किया है। मनीष प्रकाश के बारे में कहा जा रहा है कि वह छात्रों को अपनी गाड़ी में लाने और ले जाने का काम करता था, जबकि आशुतोष के घर में अभ्यर्थियों को ठहराया जाता था। यह सीबीआई की ओर से इस मामले में की गई पहली गिरफ्तारी है। पूछताछ के बाद सीबीआई ने मनीष प्रकाश को गिरफ्तार किया और इसकी आधिकारिक सूचना उनकी पत्नी को फोन के जरिए दी। दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया है।
लातूर में भी जांच तेज:
महाराष्ट्र के लातूर में भी नीट पेपर लीक के तार जुड़ते दिख रहे हैं। यहां पर भी यह केस अब सीबीआई को हैंड ओवर कर दिया गया है। लातूर पुलिस अब तक यहां के दो लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है और मामले में दो आरोपी फरार बताए जा रहे हैं। लातूर पुलिस ने अब तक छह अन्य लोगों के बयान दर्ज किए हैं। इस मामले में गिरफ्तार किए गए जिला परिषद स्कूल के हेड मास्टर जलील पठान को निलंबित कर दिया गया है। पुलिस ने फरार आरोपी गंगाधर की तलाश के लिए एक टीम उत्तराखंड भेज दी है।
अन्य परीक्षाओं में धांधली की आशंका: लातूर पुलिस की जांच के दौरान आरोपियों के पास से नीट के परिक्षार्थियों के अलावा ग्रेड सी और ग्रेड बी की परीक्षा दे रहे परिक्षार्थियों के भी हॉल टिकट मिले हैं। पुलिस को आशंका है कि आरोपी नीट की परीक्षा के अलावा राज्य सरकार की ओर से आयोजित परीक्षाओं में भी धांधली किया करते थे।
एफआईआर और जांच: सीबीआई ने इस मामले में अब तक छह एफआईआर दर्ज की हैं। लातूर पुलिस की जांच जारी है और वे अन्य आरोपियों की तलाश में जुटी है। सीबीआई की तफ्तीश से उम्मीद है कि पेपर लीक के इस घोटाले की जड़ तक पहुंचा जा सकेगा और दोषियों को सजा दिलाई जा सकेगी।