मुंबई। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के प्रमुख शरद पवार ने हाल ही में हुए विधानसभा चुनावों में पार्टी के खराब प्रदर्शन के बाद आज पार्टी के नवनिर्वाचित विधायकों और पराजित उम्मीदवारों के साथ बैठक की। मुंबई के यशवंतराव चव्हाण केंद्र में आयोजित इस बैठक में पार्टी के कई उम्मीदवारों और नेताओं ने अपनी निराशा व्यक्त करते हुए कहा कि चुनावी नतीजों में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) में गड़बड़ी मुख्य कारण था। पार्टी के पराजित उम्मीदवारों और विधायकों ने सामूहिक रूप से यह तर्क दिया कि उनका हारना ईवीएम की खराबी के कारण हुआ, और वे इसके खिलाफ कार्रवाई करने का आह्वान कर रहे थे। बैठक के दौरान शरद पवार ने इस मुद्दे पर कानूनी लड़ाई लड़ने की बात कही और यह भी सूचित किया कि एनसीपी-एसपी इस मुद्दे को लेकर अदालत का दरवाजा खटखटाने का निर्णय लिया है। इसके लिए वकीलों की एक टीम भी नियुक्त की जाएगी। बैठक के बाद विधायक जितेंद्र आव्हाड ने कहा कि पार्टी ईवीएम के मुद्दे पर एक सार्वजनिक आंदोलन शुरू करने की योजना बना रही है। उन्होंने शरद पवार से इस आंदोलन का नेतृत्व करने का अनुरोध किया। कलवा-मुंब्रा विधानसभा क्षेत्र से बड़े अंतर से जीतने वाले आव्हाड ने कहा कि हालांकि वे जीतकर आए हैं, लेकिन कई अन्य जगहों पर ईवीएम की खराबी देखने को मिली। उन्होंने यह भी कहा, अगर अमेरिका जैसे विकसित देश पेपर बैलेट से चुनाव कराते हैं, तो हम क्यों नहीं कर सकते? इस बैठक और बयान के बाद, पार्टी की ओर से ईवीएम पर सवाल उठाए गए हैं, और इसे लेकर कानूनी और सार्वजनिक स्तर पर संघर्ष की संभावना जताई जा रही है।