
नवी मुंबई। नवी मुंबई पुलिस ने सज्जाद गरीबशाह ईरानी नामक कुख्यात ठग को गिरफ्तार किया है, जिसने पुलिस यूनिफॉर्म का इस्तेमाल कर बुज़ुर्गों को ठगने की कई घटनाओं को अंजाम दिया। आरोपी पर पहले से ही 100 से अधिक आपराधिक मामले दर्ज हैं, जिनमें मकोका (महाराष्ट्र कंट्रोल ऑफ़ ऑर्गेनाइज़्ड क्राइम एक्ट) के तहत दर्ज मामले भी शामिल हैं। अधिकारियों के अनुसार, सज्जाद ने खुद को पुलिस ऑफिसर बताकर खारघर में 68 वर्षीय पवन कुमार केजरीवाल से 1.5 लाख रुपए के सोने के गहने धोखे से ले लिए। उसने नकली पुलिस आईडी कार्ड दिखाकर कहा कि एक संदिग्ध गांजे के साथ पकड़ा गया है और जांच चल रही है। जांच के नाम पर उसने केजरीवाल को अपनी सोने की चेन और अंगूठी एक बैग में रखने को कहा और मौके का फायदा उठाकर गहने लेकर भाग गया। घटना के बाद खारघर पुलिस ने एफ़आईआर दर्ज की। सीसीटीवी फुटेज और तकनीकी निगरानी से संदिग्ध की TVS Apache मोटरसाइकिल की पहचान की गई। इसके बाद क्राइम ब्रांच ने 12 अक्टूबर को पुणे में छापा मारा और सज्जाद की पत्नी फिजा ईरानी को भी गिरफ्तार किया, जो कथित तौर पर चोरी के गहने बेचने जा रही थी। पुलिस ने इस कार्रवाई में 1.18 किलो सोना, नकली पुलिस आईडी, आधार और पैन कार्ड, और अपराधों में इस्तेमाल मोटरसाइकिल बरामद की। इन सभी संपत्तियों की कुल कीमत लगभग 1.25 करोड़ रुपए बताई गई है। पूछताछ में सज्जाद ने नवी मुंबई में कम से कम 15 इसी तरह के धोखे की घटनाओं को कबूल किया। पुलिस अब गैंग के अन्य सदस्यों की संलिप्तता और दूसरे जिलों में इसी तरह की घटनाओं की जांच कर रही है। यह गिरफ्तारी पुलिस और नागरिकों के लिए चेतावनी है कि धोखे और नकली पहचान से अपराध करने वाले गिरोहों के खिलाफ सतर्क रहना कितना जरूरी है।




