
कोल्हापुर/मुंबई। नंदनी मठ (तालुका शिरोल, जिला कोल्हापुर) की माधुरी उर्फ महादेवी नामक हथिनी की वापसी को लेकर जनभावना को गंभीरता से लेते हुए मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने स्पष्ट किया है कि राज्य सरकार इस मुद्दे पर नंदनी मठ के साथ मजबूती से खड़ी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हथिनी को मठ में वापस लाने के लिए राज्य सरकार सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका दायर करेगी, वहीं मठ को भी अपनी याचिका में सरकार को पक्षकार बनाना चाहिए। मुख्यमंत्री फडणवीस की अध्यक्षता में मंत्रालय के कैबिनेट हॉल में आयोजित उच्चस्तरीय बैठक में इस विषय पर राज्य सरकार की नीति स्पष्ट की गई। बैठक में उपमुख्यमंत्री अजीत पवार, वन मंत्री गणेश नाईक, शिक्षा मंत्री चंद्रकांत पाटिल, जलसंपदा मंत्री गिरीश महाजन, चिकित्सा शिक्षा मंत्री हसन मुश्रीफ, लोक स्वास्थ्य मंत्री प्रकाश अबितकर सहित नंदनी मठ के प्रतिनिधि, स्थानीय सांसद, विधायक और सामाजिक संगठन उपस्थित रहे। मुख्यमंत्री ने कहा कि माधुरी हथिनी पिछले 34 वर्षों से नंदनी मठ में है और मठ की परंपरा, धार्मिक भावनाओं और स्थानीय नागरिकों की गहरी आस्था इससे जुड़ी हुई है। इसे ध्यान में रखते हुए, राज्य सरकार सुप्रीम कोर्ट में एक विस्तृत जवाब और पुनर्विचार याचिका दायर करेगी, जिसमें उच्चस्तरीय समिति की सिफारिशों और चिड़ियाघर प्राधिकरण के दिशा-निर्देशों के समाधान प्रस्तुत किए जाएंगे।
हथिनी की देखभाल के लिए विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम
मुख्यमंत्री ने यह भी घोषणा की कि हथिनी की स्वास्थ्य और भलाई सुनिश्चित करने के लिए डॉक्टरों की एक विशेषज्ञ टीम गठित की जाएगी। जरूरत पड़ने पर रेस्क्यू सेंटर जैसी सुविधाएं भी स्थापित की जाएंगी। साथ ही सुप्रीम कोर्ट से इस मामले की जांच के लिए एक स्वतंत्र समिति गठित करने का अनुरोध भी याचिका में शामिल किया जाएगा।
नागरिकों पर दर्ज मामले होंगे वापस
फडणवीस ने स्पष्ट किया कि इस मामले से जुड़े आंदोलन या विरोध में शामिल नागरिकों पर दर्ज मामले भी वापस लिए जाएंगे, ताकि कोई भी नागरिक प्रताड़ित न हो। बैठक में उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने वन विभाग को निर्देश दिया कि महाराष्ट्र से बाहर स्थानांतरित किए गए सभी हाथियों की जानकारी एकत्र की जाए और इस संबंध में उचित नीति बनाई जाए।
स्थानीय जनप्रतिनिधियों की एकजुटता
बैठक में सांसद धैर्यशील माने, विशाल पाटिल, विधायक राजेंद्र पाटिल-याद्रवकर, सतेज पाटिल, विश्वजीत कदम, सदाभाऊ खोत, राहुल आवड़े, अमल महादिक, पूर्व सांसद राजू शेट्टी, पूर्व विधायक प्रकाश आवड़े सहित कई जनप्रतिनिधियों ने राज्य सरकार से जनभावना के अनुरूप हथिनी की वापसी की मांग करते हुए सरकार की पहल का समर्थन किया। बैठक में पूज्य स्वस्तिश्री जिनसेन महास्वामीजी, जैन अल्पसंख्यक विकास महामंडल के अध्यक्ष ललित गांधी, वन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव मिलिंद म्हैसकर, प्रधान मुख्य वन संरक्षक श्रीनिवास राव, और जिला कलेक्टर अमोल येडगे सहित अनेक अधिकारी व धार्मिक प्रतिनिधि उपस्थित रहे।