मुंबई। महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने शुक्रवार को महायुति सरकार पर गंभीर आरोप लगाए, जिसमें उन्होंने कहा कि सरकार में 65 प्रतिशत मंत्री समस्याग्रस्त हैं। पटोले ने दावा किया कि पिछले महीने कैबिनेट की शपथ लेने के बावजूद कई मंत्रियों ने अपना काम शुरू नहीं किया, जिससे सरकार की कार्यक्षमता पर सवाल उठाए। पटोले ने सोयाबीन, कपास, प्याज और डेयरी किसानों के संकट और राज्य में बढ़ती बेरोजगारी की स्थिति पर सरकार की आलोचना की, यह कहते हुए कि भाजपा-शिवसेना-एनसीपी गठबंधन इन मुद्दों को सुलझाने में विफल रहा। पुणे के पूर्व कांग्रेस विधायक रवींद्र धांगेकर के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना में शामिल होने की अफवाहों पर पटोले ने प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि कुछ राजनेता राजनीति को व्यवसाय की तरह देखते हैं और सत्ता के आधार पर अपनी निष्ठा बदलते हैं। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि लोग कांग्रेस के प्रति अपनी वफादारी बनाए हुए हैं। जब धांगेकर से शिंदे के साथ अपनी मुलाकात के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कांग्रेस छोड़ने की अफवाहों को खारिज किया, यह कहते हुए कि वह केवल अपने पूर्व निर्वाचन क्षेत्र से संबंधित मुद्दों पर चर्चा करने के लिए मिले थे। पटोले ने चुनाव आयोग के कामकाज में पारदर्शिता की कमी पर भी चिंता जताई। इसके अलावा, उन्होंने राज्य की लाड़ली बहना योजना’ की आलोचना की, जो पात्र महिलाओं को हर महीने 1,500 रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान करती है। पटोले ने आरोप लगाया कि इस योजना का दुरुपयोग राज्य के बाहर की महिलाओं और कुछ बांग्लादेशी नागरिकों द्वारा किया जा रहा है, जिन्होंने फर्जी पहचान दस्तावेज जमा कर लाभ प्राप्त किया।